यह भी पढ़ेंः विपक्षी दल एकजुट हुए धारा 144 के खिलाफ, कहा- भाजपा नेता कर रहे इसका उल्लंघन जिले में बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा एनआरसी, सीएए व ईवीएम से मतदान के विरोध में 29 जनवरी को भारत बंद के पोस्टर लगाए जाने की भनक लगते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया। जिले के संवेदनशील क्षेत्र में लगे इन पोस्टरों को पुलिस ने आनन-फानन में उतरवाए। वहीं क्षेत्र के कई गांवों से भी पोस्टर लगे होने और स्थानीय पुलिस द्वारा उनको हटवाए जाने की जानकारी मिली है। पोस्टर लगवाने वालों की तलाश में जुटी पुलिस बुधवार की सुबह से ही अलर्ट है।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: पतंग कटने पर हुए विवाद में चली ताबड़तोड़ गोलियां, युवक की मौत, दो घायल बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से 29 जनवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया है। यहां इसके पोस्टर लगाने की भनक पुलिस को गुप्तचर विभाग की रिपोर्ट से मिली थी। वहीं सोशल मीडिया पर भी ये पोस्टर खूब वायरल हो रहा है। इसको लेकर लोगों में इस बात की भी शंका है कि कहीं आज भारत बंद तो नहीं है। हालांकि ऐसी किसी भी जानकारी होने से व्यापारिक संगठनों और अन्य राजनैतिक दलों ने इंकार किया है।
जानकारी होते ही फोर्स ने जिले लगे पोस्टरों को हटाने का काम शुरू कर दिया। मंगलवार की शाम तक अधिकांश इलाकों से पोस्टरों को हटवा दिया गया। लेकिन रात में फिर से पोस्टर चस्पा कर दिए गए। पोस्टर लगाने वालों केा पुलिस तलाशती रही लेकिन पोस्टर लगवाने वाले पुलिस के हाथ नहीं आ सके। शहर में भी पुलिस इस तरह के पोस्टर को खोजने में जुटी रही। सूत्रों के अनुसार अन्य क्षेत्रों में इस तरह के पोस्टर नहीं मिले हैं। वहीं अधिकांश जगहों से पुलिस ने सभी पोस्टरों को हटवा दिया है। मोर्चा से जुड़े लोगों तक पुलिस नहीं पहुंच पा रही है। बंद के आह्वान को ध्यान में रखते हुए बुधवार को पूरे पश्चिम उप्र में पुलिस अलर्ट पर है।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: छुट्टी पर गांव आए मंत्री के गनर की गोली मारकर हत्या, जंगल में पड़ा मिला शव एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि मेरठ में किसी प्रकार का कोई बंद नहीं है, स्थिति शांतिपूर्ण है। किसी को कानून-व्यवस्था नहीं बिगाडने दी जाएगी। दुकान बंद कराने वालों पर पुलिस कड़ी नजर रखे हुए है। शहर में 18 प्वाइंट अतिसंवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। दो कंपनी आरएएफ और दो कंपनी पीएसी रिजर्व रखी गई है।