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क्या है निमाेनिया बीमारी डा0 तुंगवीर सिंह आर्य के मुताबिक निमोनिया एक फेफड़े या दोनों में संक्रमण के चलते होता है। दरअसल फेफड़े एक छोटी थैली की तरह होते हैं, जिनमें हवा यानी आक्सीजन भरती और निकलती रहती है। यही थैली आक्सीजन को रक्त में जाने में मदद करती है। निमोनिया बीमारी में यह छोटे हवा के थैले फूल जाते हैं। यहां तक कि इनमें मवाद या तरल पदार्थ भी भर सकता है। और जब ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ तो लोगों के फेफड़े जकड़ गए।हल्के बादल सूर्य की गर्मी को नहीं रोक पा रहे हैं। इससे उमस बढ़ने से लोग बेहाल हैं।
निमोनिया के ऐसे जानें लक्षण छाती में दर्द, खांसी, थकान, पसीना आना, बुखार और ठंड लगना, शरीर का तापमान सामान्य से कम, सांस फूलना, मतली महसूस होना और दस्त आना।
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निमोनिया से बचने के लिए टिप्स डा0 तुंगवीर सिंह आर्य ने बताया कि घर में गरम पानी का गरारा करते रहने से सीना जकड़ने नहीं पाता। अदरक के सेवन से भी निमोनिया की शुरुआत होने से बचा जा सकता है। कहा कि आजकल के मौसम में बेहद सावधान रहने की जरूरत है। यदि छाती में किसी को दिक्कत है तो डाक्टर के जाने में देर न करें।