मेरठ। ‘पत्रिका अमृतं जलम्’ अभियान की शुरुआत13 मर्इ रविवार को मेरठ जनपद में हर्षोल्लास से हुई। अभियान के तहत कई सामाजिक संस्थाएं जल संरक्षण के लिए आगे आयी और उन्होंने इस अभियान को ‘पत्रिका’ की सराहनीय पहल बताया। नीर फांउडेशन के अध्यक्ष रमन त्यागी ने कहा कि आज नदियों के पानी को संरक्षित करने की जरूरत है। यदि नदियों का पानी संरक्षित होगा तो भूजल में गिरावट कम होगी और भविष्य में हमारे बच्चों को पानी की कमी से नहीं जूझना होगा।
लोगों को जागरूक करने की जरूरत नीर फांउडेशन के रमन त्यागी ने कहा कि जल संरक्षण आज भारत की सबसे बड़ी जरूरत है। जल संरक्षण के नाम पर सरकार अरबों रुपये पानी की तरह बहा देती है, लेकिन उसका निष्कर्ष कुछ नहीं निकलता। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए जरूरत हैं लोगों को इसके प्रति जागरूक करने की। जब तक हम जागरूक नहीं होंगे, तब तक यह धरोहर यूं ही बेकार बहती रहेगी और एक दिन ऐसा आएगा कि यह देश में विलुप्त के कगार पर होगी। जिस तरह आज खाड़ी के देशों में पानी का हाल है एक दिन हमारे देश में भी ऐसा ही होगा, अगर हम समय से जल संरक्षण के प्रति गंभीर नहीं हुए। इस अवसर पर ग्रामीणो ने भी कहा कि ‘पत्रिका’ का यह अभियान अच्छा है आैर इससे लोगों को जागरूक होने में मदद मिलेगी।
Hindi News / Meerut / पत्रिका अमृतं जलम्: ऐसे ही नदियों में बहता रहा प्रदूषण तो विलुप्त हो जाएगा पानी