यह भी पढ़ेंः महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने तीमारदारों के सामने चिकित्सक पर खाेया आपा, कह डाली इतनी बड़ी बात, देखें वीडियो मरीज की बिेगड़ गर्इ थी हालत मामला थाना मेडिकल क्षेत्र का है। जहां पर सिल्वर क्रॉस हॉस्पिटल है। इस अस्पताल में एक मरीज करीब तीन दिन से भर्ती था। मंगलवार को मरीज की हालत और बिगड़ गई। इससे पहले अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया था कि मंगलवार की शाम को उसकी छुट्टी कर देंगे और वह अपने घर में ईद मना सकेगा। इससे परिवार में भी खुशी का माहौल था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मरीज की हालत अधिक बिगड़ गई और उसकी देर रात मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि तीन दिन पहले मौत होने और बिल बढ़ाने के लिए लगातार इलाज करते रहे।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: योगी की पुलिस के बाद इन्होंने महिलाआें के प्रति बढ़ते अपराध रोकने का जिम्मा संभाला लापरवाही का आरोप, हंगामा मेडिकल थाना इंस्पेक्टर प्रशांत मिश्रा ने बताया कि खरखौदा के मोहल्ला जोगीपुरा निवासी यासीन (58) पुत्र असगर को तीन दिन पहले सिल्वर क्रॉस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक उन्होंने मरीज की हालत गंभीर देखते हुए उसे कहीं और भर्ती कराने की सलाह दी थी, लेकिन परिजन नहीं माने और वहीं इलाज जारी रखा। मंगलवार रात करीब 10 बजे यासीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का कहना था कि मरीज की तीन दिन पहले ही मौत हो चुकी थी। वहीं मरीज के परिजनों ने थाने में अस्पताल प्रशासन और चिकित्सक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। आरोप है कि चिकित्सक ने मरीज की लाश देने से पहले अभद्रता की थी। बता दें कि मेरठ के अस्पताल में यह कोई पहला मामला नहीं है जो इस तरह से मरीज के परिजनों की ओर से तोड़फोड़ और मारपीट की गई हो। इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।