यह भी पढ़ेंः चिकित्सक ने प्रसव कराने से किया इनकार तो दूसरे अस्पताल में जुड़वां बच्चों को दिया जन्म, नाम रखे क्वारेंटीन और सैनिटाइजर जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से आ रहे टिड्डियों के दल ने झांसी के रास्ते वेस्ट यूपी में प्रवेश किया है। यह बिना नुकसान किए ही आगे बढ़ गया। अब वेस्ट के जिलों में हाई अलर्ट कर दिया है। टिड्डियों का दूसरा दल आगरा व मथुरा आदि जिलों में पहुंचने की संभावना जताई है। इसको लेकर जिला कृषि अधिकारी ने गांव में प्रधानों,पंचायत सचिवों और किसानों के साथ बैठक कर यह अपील की है कि अगर टिड्डियों का हमला होता है तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दें। उन्होंने कहा कि अगर टिड्डियों का दल हमला करता है तो लोग एकजुट हो जाएं और ढोल, नगाड़ा, टिन के डब्बे तथा थालियों को जोर-जोर से बजाएं। जिससे शोर होने पर वे भाग सकें। टिड्डियों के दलों पर नियंत्रण के लिए किसान एक साथ अपने खेतों में क्योरोपाइरीफांस 20 प्रतिशत या मैलाथियान 96 प्रतिशत कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः कोरोना से महिला ने दम तोड़ा, मरने वालों की संख्या हुई 22, संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 369 इस खतरे को देखते हुए मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर, शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर व बागपत आदि जिलों में भी सतर्कता बढ़ा दी गयी है। बता दे कि गत शनिवार को ही प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने टिड्डियों के हमले से किसानों की फसलों को बचाने के लिए संबंधित जिलाधिकारियों को जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए थे। प्रदेश व जिला केंद्रों पर टिड्डी दल नियंत्रण के लिए नोडल अधिकारी, टास्क फोर्स व कंट्रोल रूम को सक्रिय रहने को कहा गया है।
यह भी पढ़ेंः आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल फोन पर लगाई गई रोक, कहा- इससे फैलता है कोरोना संक्रमण इस संबंध में किसानों के लिए मेरठ जनपद में किसान कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका नंबर 0121-2660600 पर सूचना दी जा सकती है। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि मेरठ में टिड्डी दल आने का खतरा बढ़ गया है। इसके लिए जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर आपदा राहत दल का गठन किया गया हैै।