मेरठ. कोरोना संक्रमण के बीच मची तबाही में मरीजों की सांसों के लिए परिजन जहां ऑक्सीजन के लिए सिलेंडर लेकर मारे-मारे फिर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर घर में ऑक्सीजन बनाने वाली मशीन कॉन्सेंट्रेटर (Oxygen Concentrator) भी बाजार से गायब हो गई है। हालात ये हैं कि 35-40 हजार रुपए में मिलने वाली मशीन अब 70 हजार रुपए में भी उपलब्ध नहीं है। मशीन विक्रेताओं के यहां एडवांस जमा करने के बाद भी कॉन्सेंट्रेटर नहीं मिल रही है।
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बता दें कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन से ऑक्सीजन का उत्पादन होता है। इस पोर्टेबल मशीन को घर में बिजली से चलाया जा सकता है।यह मशीन वायुमंडल की हवा से नाइट्रोजन को अलग कर देती है और ऑक्सीजन का उत्पादन करती है।कोरोना संक्रमण बढ़ने से ऑक्सीजन की कमी के बीच इस मशीन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। सांस के मरीजों के लिए यह मशीन बहुत अच्छी मानी जाती है। मरीज को बिना अस्पताल में भर्ती किए इस मशीन से ऑक्सीजन देकर सामान्य किया जा सकता है। ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर बेचने वाले व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली में ही मशीन की मांग पूरी नहीं हो पा रही है। अचानक मांग बढ़ने से पूरा स्टॉक खत्म हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस मशीन के पार्ट्स अमेरिका और अन्य देशों से आयात किए जाते हैं। इसलिए इसका देश में उत्पादन भी नहीं बढ़ पाएगा। व्यापारियों का कहना है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन की डिमांड जबरदस्त है। हालत यह हैं कि जितनी भी मशीनें आती हैं सब एक दिन में बिक जाती हैं।
पांच लीटर तक दबाव में देती है ऑक्सीजन डाॅॅ. प्रवीण पुंडीर ने बताया कि कंसंट्रेटर मशीन से अधिकतम पांच लीटर दबाव में ऑक्सीजन का उत्पादन होता है। ज्यादातर मरीजों को इतने ऑक्सीजन की जरूरत होती है, लेकिन ज्यादा तेज ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों के लिए सिलेंडर वाला ऑक्सीजन ही लगाया जाता है।