मेरठ

VIDEO: भाजपा के अपने गढ़ में इस प्रत्याशी की जीत पर भारी पड़ी ‘नोटा’ की पसंद, आंकड़े देखेंगे ताे चौंक जाएंगे

मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट पर भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल ने जीत हासिल की
गठबंधन से जीत का अंतर रहा मात्र 4729 वोट, इससे ज्यादा वोट पड़े ‘नोटा’ को
पिछले चुनाव में भी ‘नोटा’ को मिली वोटों ने इस बार अपना ही रिकार्ड तोड़ा

मेरठMay 24, 2019 / 05:08 pm

sanjay sharma

भाजपा के अपने गढ़ में इस प्रत्याशी की जीत पर भारी पड़ी ‘नोटा’ की पसंद, आंकड़े देखेंगे ताे चौंक जाएंगे

मेरठ। भाजपा के गढ़ मेरठ में बेशक पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल ने जीत हासिल करके हैट्रिक जमार्इ हो, लेकिन जीत का यह आंकड़ा भाजपा के खेमे को परेशान किए हुए है। दरअसल, भाजपा प्रत्याशी भले ही 5,86,184 वोट हासिल करके विजय रहे हों, लेकिन गठबंधन की आेर से भी कड़ी टक्कर दी गर्इ। गठबंधन के प्रत्याशी याकूब कुरैशी ने आखिर तक संघर्ष करते हुए 5,81,455 वोट प्राप्त किए। यानी भाजपा की जीत का आंकड़ा रहा मात्र 4729 वोट का। सबसे हैरानी वाली बात तो आैर है। दरअसल, दोनों प्रत्याशियों को लाखों वोटें मिलने के बावजूद ‘नोटा’ इस जीत पर भारी पड़ गया, क्योंकि ‘नोटा’ को जितनी वोटें मिली, वे जीत के अंतर से कहीं ज्यादा हैं।
यह भी पढ़ेंः जीत की हैट्रिक लगाने वाले भाजपा के इस सांसद ने गठबंधन को लेकर कही बड़ी बात, देखें वीडियो

नोटा को मिले 6316 वोट

मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट पर भाजपा आैर गठबंधन के बीच जोरदार टक्कर रही, आखिर में भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल ने बाजी मारी आैर लगातार तीसरी बार इस सीट पर सांसद बने। पिछली बार उनकी जीत दो लाख से ज्यादा वोटों की थी तो इस बार मात्र 4729 वोट से जीत हासिल हुर्इ है। इस जीत के अंतर से ज्यादा तो लोगों ने ‘नोटा’ पर बटन दबाया है। ‘नोटा’ को इस बार 6316 वोट मिली हैं। मतलब जीत के आंकड़े से भी 1587 वोटें ज्यादा नोटा को मिली हैं। वैसे मेरठ-हापुड़ लोक सभा सीट पर इस बार मिले 6316 वोट पिछले चुनाव के मुकाबले भी काफी ज्यादा हैं, पिछले चुनाव में इस सीट पर नोटा को 5213 ही वोट मिले थे।
यह भी पढ़ेंः जीत भाजपा की, सड़कों पर हुड़दंग करने लगे गठबंधन के समर्थक, फिर फैली एेसी अफवाह कि…

यह है नोटा का मतलब

चुनाव में यदि आपको किसी पार्टी का कोई उम्मीदवार पसंद न हो और आप उनमें से किसी को भी अपना वोट देना नहीं चाहते हैं तो फिर आप क्या करेंगे। इसलिए निर्वाचन आयोग ने ऐसी व्यवस्था की कि वोटिंग प्रणाली में एक ऐसा तंत्र विकसित किया जाए ताकि यह दर्ज हो सके कि कितने फीसदी लोगों ने किसी को भी वोट देना उचित नहीं समझा है। अब चुनावों में आपके पास एक और विकल्प है कि आप इनमें से कोई नहीं का भी बटन दबा सकते हैं। मतलब आपको इनमें से कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं है। ईवीम मशीन में नोटा का गुलाबी बटन होता है।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..

UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App

Hindi News / Meerut / VIDEO: भाजपा के अपने गढ़ में इस प्रत्याशी की जीत पर भारी पड़ी ‘नोटा’ की पसंद, आंकड़े देखेंगे ताे चौंक जाएंगे

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.