मेरठ। मेरठ में एक बार फिर से कोरोना की स्थिति बेकाबू होनी शुरू हो गई है। लोगों की लापरवाहियों के चलते बढ रहे कोरोना संक्रमण केा काबू करने के लिए अब मेरठ के धार्मिक स्थलों में भी प्रवेश के लिए कुछ सख्ती लागू कर दी गई है। इस कड़ी में ऐतिहासिक मंदिर काली पलटन औघड़नाथ में अब श्रद्धालुओं केा बिना मास्क और सैनिटाइजर के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर समिति ने इसके लिए सख्त कदम उठाए हैं।
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सावधान! कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भूलकर भी न करें ये गलती, डॉक्टरों ने बताई बड़ी वजह दरअसल, मंदिर के भीतर प्रवेश करने वाले वाले प्रत्येक श्रद्धालुगण को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। अगर किसी श्रद्धालुगण ने बिना मास्क के मंदिर परिसर के भीतर प्रवेश किया तो उनको मंदिर प्रागण से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सोमवार को इस ऐतिहासिक मंदिर के प्रबंधकों ने यह निर्णय लिया है कि अब मन्दिर में बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। श्रद्धालु मंदिर में मास्क लगाकर ही भगवान भोलेनाथ और श्रीकृष्ण राधा के दर्शन और पूजा कर सकेंगे। मंदिर के पंडित श्रीधर त्रिपाठी ने यह जानकारी देते हए बताया कि मंदिर के प्रबंध समिति ने मंदिर में आने वाले सभी भक्तों के हित में यह निर्णय लिया है। मंदिर परिसर में किसी व्यक्ति को बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं, मंदिर में भीड़ को एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा। भक्तों को सीधे दर्शन करके एक गेट से प्रवेश किया जाएगा और दूसरे गेट से भक्त बाहर जा सकेंगे। उनका कहना है कि इस नई व्यवस्था के लिए भक्त केवल दर्शन करके सीधे निकलेंगे और आरती भी दर्शन खुलने से पूर्व अंदर ही अंदर होगी।
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कोरोना संक्रमितों के मामलों में रिकॉर्ड उछाल, इस साल एक दिन में मिले सबसे अधिक केस मंदिर के घंटे पर बांधा गया कपड़ा कोरोना के मद्देनजर मंदिर परिसर में लगे बड़े घंटे पर कपड़ा बांध दिया गया है। पंडित कहना है कि इसका अब कोई उपयोग नहीं कर सकेगा। वहीं मूर्तियों के छूने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। मंदिर में कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा। इसको सुनिश्चित करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाएगा।