यह भी पढ़ें- मां-बेटी की हत्या कर शवों को बेडरूम गाड़ने वाले कातिल को 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में गोली मारकर किया पस्त कत्ल के दौरान चला रखी थी बुक-बाइडिंग मशीन
शमशाद ने अपने घर में ही बुक-बाइडिंग की मशीन लगा रखी थी। चर्चा है कि जिस रात शमशाद ने दोनों का कत्ल किया। उस रात वारदात के दौरान उसने बुक-बाइडिंग की मशीन चला रखी थी। इसी मशीन की आवाज़ में मां-बेटी की चींखे दब गई थीं। पूर्व प्रधान रहीसुद्दीन का यह दावा है कि हत्यारें शमशाद की तीन-चार बीवियां और हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर उसके पास इतनी सारी बीवियों को रखने के लिए पैसे कहां से आते थे। भूड़बराल में भी उसका मकान काफी आलीशान बना हुआ था। ऐसे मेें सवाल उठता है कि पेशे से बुक बाइडिंग का काम करने वाले शमशाद के पास मकान बनाने के लिए इतने रुपए आए कहां से। इसके अलावा वह तीन-चार बीवियों का खर्च किस तरह उठाता था।
35 लाख में कर दिया था मकान का सौदा बताया जा रहा है कि शव को गाड़ने के बाद शमशाद मकान का सौदा करना चाहता था, जिसकी कीमत 35 लाख रुपए तय कर रखी थी। यानी इस बात का अंदेशा है कि वह हत्या के बाद घर बेचकर कहीं भागने की फिराक में था। रहीसुद्दीन बताते हैं कि वह कब आता था, कब जाता था, किसी को नहीं पता था। उसने चार साल पहले यह मकान बनवाया था। हो सकता है प्रिया को रास्ते से हटाने के लिए उसे दूसरी बीवी ने उकसाया हो। प्रिया ने तो नमाज पढ़नी शुरू कर दी थी। वह उर्दू भी पढ़ना सीख रही थी।
जमीन खोदकर निकाली थी मां-बेटी की लाश शमशाद ने प्रिया व उसकी नौ साल की बेटी कशिश की हत्या करने के बाद उनकी लाशों को घर के कमरे में ही दफन कर दिया था। इसके बाद वह लगातार यहां पर आता-जाता रहा। पुलिस ने शमशाद से मिली जानकारी के बाद बेडरूम की फर्श खोदकर लाश को बाहर निकाला था। लाश पूरी तरह से कंकाल मे परिवर्तित हो चुकी थीं।