यह भी पढ़ेंः Meerut: पुलिस अफसरों ने मुस्लिम धर्म गुरुओं को दिए गुलाब और कहा- ये है अमन का फूल, देखें वीडियो एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि गली-मोहल्लों में वहां के पार्षद और गणमान्य लोगों को अपने-अपने यहां निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे। इस पर जबरदस्त तरीके से काम किया गया। मुस्लिम धर्मगुरुओं और गणमान्य लोगों के साथ सभी अधिकारियों ने लोगों से अपील की। बाहरी लोगों के बवाल पर शामिल होने पर एसएसपी ने बताया कि इसकी जांच चल रही है, लेकिन इस बार गली-मोहल्लों के गणमान्य लोगों को ये जिम्मेदारी सौंपी गई और कोई भी बाहरी व्यक्ति के दिखाई देने पर तुरंत पुलिस को जानकारी देने के लिए कहा गया था। इसका फायदा ये हुआ कि बाहरी लोगों का जमावड़ा नहीं हो सका।
यह भी पढ़ेंः Meerut: बवाल से प्रभावित इलाकों में जाने वाले नेताओं को अब मिलेगा नोटिस जुमे की नमाज पर पिछली बार की तरह कोई बवाल न हो, इसके लिए संवेदनशील इलाकों में काफी संख्या में फोर्स तैनात किया गया था। एसएसपी ने बताया कि छह कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स इन इलाकों में लगाया गया था। इनके अलावा कई थानों की पुलिस भी संवेदनशील इलाकों में तैनात रही। जुमे की नमाज के शांतिपूर्ण होने और कोई बवाल नहीं होने पर सभी ने राहत की सांस ली, हालांकि पुलिस अफसर देर शाम तक सड़कों पर उतर फोर्स के साथ जायजा लेते रहे।