यह भी पढ़ेंः योगी की पुलिस ने फिर एनकाउंटर के बाद कब्जे में लिया 25 हजारी पुश्तैनी काम है इनका उन्होंने बताया की लोग पूरे उत्साह से होलिका दहन के लिये होलिका को खरीदने के लिये उनके पास आते हैं तथा इसी कार्य से उनके परिवार का गुजर बसर होता है। जो उनका पुश्तैनी कार्य है। उन्होंने बताया कि लोगों की डिमांड के अनुसार वह होलिका को अब बहुत ही फैंसी ढंग से सजाते हैं, जो देखने में काफी सुंदर लगती है। कई पीढ़ियों से इस काम को करने वाले यूनुस की मानें तो बढ़ती महंगार्इ का असर उनके इस काम में भी देखने को मिला है । जहां पहले इसके दाम कम थे, सके बावजूद कुछ कमाई हो जाती थी। वहीं आज महंगार्इ के चलते कई बार लागत भी नहीं मिल पाती।