यह भी पढ़ेंः संक्रमित मरीज रोजाना कई घंटे फिल्मी गानों पर डांस करके दूर भगा रहे कोरोना, जानिए एेसा क्यों हो रहा शहर कारी ने बताया कि आपको खुतबा याद नहीं तो अल्ला को याद कीजिए। जो भी कुछ हमारे साथ हो रहा है। इसके लिए अल्ला से इबादत करें कि आगे ऐसा मौका न आए। उन्होंने कहा कि तकरीर आनलाइन होगी। शहरकाजी जैनुस सजिद्दीन ने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या ने मेरठ को रेड जोन में डाल दिया है। उन्होंने बताया जिन लोगों पर रोजा फर्ज है, उन पर ईद की नमाज वाजिब है। वहीं जुमे की नमाज की जगह घर पर जोहर (दोपहर) की नमाज अदा करते हैं। कारी शफीकुर्रहमान ने बताया कि ईद की नमाज न पढऩे वाले लोग घरों में दो या चार रकाअत चाश्त (फजर की नमाज से एक घंटा बाद) की नमाज अदा करेंगे। जिससे ईद की नमाज जितना सवाब मिलेगा।
यह भी पढ़ेंः सुपर लॉकडाउन में घूमने से रोका तो युवकों ने पुलिसकर्मियों से हाथापाई के बाद किया पथराव, फोर्स तैनात उन्होंने बताया कि नमाज के बाद खुतबा भी पढ़ें। किताब में या मोबाइल में देखकर खुतबा पढ़ेंगे। क्योंकि खुतबा भी नमाज का हिस्सा है। लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए ईद मनाएंगे। सदर बाजार स्थित मदरसा इमदादुल इस्लाम के उपाध्यक्ष मौलाना शाहीन जमाली ने बताया पहली बार लोग ईद की नमाज घरों पर अदा करेंगे, लेकिन इस मुश्किल समय में ये निर्णय बहुत जरूरी भी है।