यह भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी के इस मंत्री ने अफसरों को दिए ये कड़े निर्देश यह भी पढ़ेंः किसानों पर खुुफिया नजर, आंदोलन पर अंकुश लगाने की योगी सरकार की यह है प्लानिंग चांद कैलेंडर हर वर्ष होता है दस दिन कम कारी शफीकुर्ररहमान के अनुसार चांद का महीना 29 या 30 का होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार चांद का कैलेंडर हर साल 10 दिन कम होता है। चांद के इस कलेंडर को अपना एक चक्र पूरा करने में 36 साल का समय लगता है। चांद के इस कैलेंडर के अनुसार अगले वर्ष भी ईद जून माह में ही पड़ेगी। 2020 से ईद जुलाई माह में मनानी शुरू हो जाएगी।
यह भी पढ़ेंः उप मुख्यमंत्री की विवादित टिप्पणी को विपक्ष के नेताआें ने कैराना आैर नूरपुर से जोड़ा, कुछ कहा एेसा 12 साल पहले की स्थिति वर्ष 2006 में ईद का त्योहार 25 अक्टूबर को था। इसी तरह से देखा जाए तो 22 साल पूर्व यानी 1996 में यह त्योहार 22 फरवरी को मनाया गया। यानी 1996 में जनवरी माह में रमजान मनाया गया। इसी तरह 32 वर्ष पूर्व 1986 में 10 जून को ईद थी। 1985 में 21 जून को ईद आई थी। 2018 में ईद 16 जून को होने की संभावना है। कारी शफीकुर्रहमान ने बताया कि भीषण गर्मी से रोजेदारों को परेशानी हो रही है। पिछले वर्ष रमजान मई के अंतिम सप्ताह में आया था, लेकिन इस बार मई के दूसरे सप्ताह में आया है। अगले वर्ष रमजान पहले सप्ताह में आएगा।
रोजेदार डायटीशियन से ले सलाह 17 मई से शुरू हुए रोजों को लेकर रोजेदारों में उत्साह है, लेकिन भोजन का सेवन करने से डायबिटिज रोजेदार के शरीर के भीतर शुगर का असंतुलन हो जाने से रोजेदार को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो वे डायटीशियन से सलाह ले रहे हैं।