यह भी पढ़ेंः Acid Attack: मेरठ के अति सुरक्षा वाले इलाके में बाइक सवार युवकों ने युवती पर फेंका तेजाब, देखें वीडियो ट्रेन के स्लीपर कोच में घुस गया गुरुवार को सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली-जालंधर सुपर एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर पहुंची थी। ट्रेन जैसे ही मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से चली तो इसके स्लीपर कोच में अचानक एक बंदर जा घुसा। शुरू में यात्रियों ने इसे कोच से बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन बंदर नहीं गया। इतने में ट्रेन चल पड़ी। यात्रियों ने उसे फिर वहां से निकालने के लिए डराने की कोशिश की तो बंदर के झपट्टा मारने से सभी यात्री सहम गए। मुजफ्फरनगर से मेरठ तक के 40 मिनट के सफर में यात्री सहमे बैठे रहे। लोको पायलट ने वायरलेस से मेरठ में ट्रेन में बंदर होने की सूचना दे दी थी। इसके बाद जब ट्रेन मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची, तो बंदर को कोच से निकालने की काेशिश की गर्इ, लेकिन बंदर बाहर नहीं निकला।
यह भी पढ़ेंः मेरठ में गिल्ली-डंडा खेलते समय हुआ कुछ एेसा बवाल कि सांप्रदायिक तनाव फैल गया, देखें वीडियो केला दिखाया तो बाहर आया बंदर कैंट स्टेशन से जब ट्रेन मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पहुंची तो यहां भी बंदर ही रहा। इतने में रेलवे अफसर भी यहां पहुंच गए, बंदर को बाहर निकालने में उनके भी पसीने छूट गए। इसके बाद प्वाइंटमैन ने आपातकालीन खिड़की से बंदर को केला दिखाया। केला देखते ही बंदर कोच से बाहर आ गया। केला लेने के बाद भी बंदर ने सिटी रेलवे स्टेशन पर खूब उछल-कूद की, इससे यहां मौजूद यात्रियों में चीख-पुकार मचती रही।
इन्होंने एेसा कहा ट्रेन में बंदर की सूचना मिलने के बाद भी ट्रेन में यात्री करीब 40 मिनट सहमे हुए बैठे रहे। जबकि रेलवे प्रशासन की आेर से बीच में पड़े किसी भी स्टेशन पर ट्रेन रोककर उसे उतारने की कोशिश नहीं की। मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा का कहना है कि हमें कंट्रोल से सूचना मिल गर्इ थी, इसके बाद रेलवे प्वाइंटमैन की ड्यूटी लगार्इ गर्इ।