मेरठ

उसने पुलिस से अपनी हत्या होने का अंदेशा जता दिया था…फिर रात को सुनसान रास्ते पर हुई धांय-धांय

खास बातें

मेरठ के परीक्षितगढ़ कस्बे में देर शाम हुई वारदात
ग्रमीणों ने शव को सड़क पर रखकर लगाया जाम
पुलिस अफसरों के आश्वासन पर हंगामा खत्म हुआ

मेरठAug 30, 2019 / 11:34 am

sanjay sharma

मेरठ। डेयरी व्यवसायी ने अपनी हत्या की आशंका थाना पुलिस को काफी पहले बता दी थी, लेकिन पुलिस की ओर से कोई नहीं कार्रवाई हुई। नतीजा यह हुआ कि मेरठ के कस्बा परीक्षितगढ़ में इस डेयरी व्यवसायी की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। हत्यारे गोली मारकर मौके से फरार हो गए। घटना गुरुवार रात की है। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया और शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
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आधा दर्जन बदमाशों ने किया हमला

गांव रछौती निवासी ऋषिपाल की गांव में रंजिश चल रही है। इसी रंजिश के कारण उसने गांव छोड़ दिया था और गांव नारंगपुर जिटौली में रह रहा था। गुरुवार देर शाम उसके पुत्र आदेश और सुधीर बाइक से दूध सप्लाई करने परीक्षितगढ़ जा रहे थे। दोनों जैसे ही आसिफाबाद मोड पर पहुंचे, वहां पहले से ही घात लगाए आधा दर्जन बदमाशों ने दोनों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। एक गोली आदेश को लगी तो वह वहीं पर गिर गया। जबकि सुधीर खेतों के भीतर भाग गया। इसके बाद बदमाशों ने आदेश को घेरकर करीब आधा दर्जन गोली मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बदमाश ने सुधीर को भी तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला इसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।
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घर में मचा कोहराम, लगाया जाम

बदहवास सुधीर ने आदेश की हत्या की जानकारी घर पर दी। इसके बाद घर मे कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े। शव मौके पर ही पड़ा था और लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। हत्या की खबर सुनकर खटकी गांववासी भी हाथों में लाठी डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए। मौके पर सीओ अखिलेश भदौरिया को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने शव को रोड पर रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।
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पिता ने पुलिस पर गलाया आरोप

मृतक आदेश के पिता ऋषिपाल का कहना था कि आदेश ने पुलिस से अपनी हत्या का अंदेशा काफी पहले जता दिया था, लेकिन पुलिस ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। आदेश की हत्या पुलिस की लापरवाही का नतीजा है। आदेश के शव को जैसे ही पुलिसकर्मियों ने उठाने की कोशिश की ग्रामीण भड़क उठे। पुलिस अधिकारियों के समझाने पर ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। आदेश की हत्या मामले में उसके भाई सुधीर ने लोकेश व महकार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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