मेरठ

योगी सरकार ने मेरठ को दिया बड़ा तोहफा, शहर में दौड़ेगी मेट्रो ट्रेन

15 रूपये न्यूनतम और 45 रूपये अधिकतम होगा मेट्रो का किराया

मेरठJan 26, 2018 / 07:12 pm

Iftekhar

मेरठ. लंबे इंतजार के बाद मेरठ मेट्रो की डीपीआर योगी सरकार में पास हो ही गई। यानी मेरठवासियों ने मेट्रो का जो सपना देखा था, वह जल्द ही अब ट्रैक पर दौड़ता दिखाई देगा। दिल्ली और लखनऊ में दौड़ रही मेट्रो पर सफर करने के बाद मेरठवासियों का भी सपना था कि उनके महानगर में भी मेट्रो रफ्तार भरे। अब योगी सरकार के इस फैसले के साथ ही लोगों के सपने जल्द ही पूरे होते नजर आ रहे हैं।

दो चरण में पूरा होगा काम
एमडीए के सीटीपी जेएन रेडडी ने बताया कि मेरठ मेट्रो की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मंजूर कर लिए जाने के बाद अब मेरठ मेट्रो का काम दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में श्रद्धापुरी से जागृति बिहार एक्सटेंशन तक काम होगा, दूसरे चरण में मोदीपुरम से परतापुर तक मेट्रो रफ्तार पकड़ेगी। कांप्रीहेंसिव मोबिलिटी प्लान और अल्टरनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट के आधार पर मेरठ मेट्रो की डीपीआर को मंजूरी मिली है।

चार साल में पूरा करना होगा काम
मेरठ मेट्रो के पहले चरण का काम 2021 तक पूरा करना होगा। यानी 2022 तक हर हाल में इसके पूरा होने की गारंटी देनी होगी। केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी 2016 तक ली जानी थी और कमेटी गठन के बाद 2017 में इसके टेंडर हो जाने थे, लेकिन घरातल पर आते-आते मेरठ मेट्रो का काम पूरा करने का समय 2022 रखा गया। यानी अब से चार साल बाद मेरठ में मेट्रो लोगों का स्वागत के लिए तैयार होगी।

परियोजना पर लागत
सीटीपी जेएन रेडडी के मुताबिक मेरठ मेट्रो परियोजना पर कुल 14890 करोड़ रूपए लागत आने का अनुमान है। इसमें 2057 करोड़ रूपए केंद्र सरकार वहन करेगी और 2057 करोड रूपये प्रदेश सरकार वहन करेगी। वहीं, 535 करोड़ रूपये यूपी सरकार अन्य करो से जुटाएगी। इसके अलावा 350 करोड़ रूपये एमडीए देगा। बताया जाता है कि 7426 करोड़ रूपये लोन के जरिए विभिन्न बैंकों से जुटाए जाएंगे। 831 करोड़ अन्य मदों से एकत्र किए जाएंगे।

होंगे कुल 29 स्टेशन
मेरठ मेट्रो के लिए दोनों कॉरिडोर में कुल 29 स्टेशन होंगे। इनमें से 13 स्टेशन मेट्रो के श्रद्धापुर से गोकुलपुर कारिडोर में और 16 स्टेशन मोदीपुरम से परतापुर कारिडोर में होगे । इन स्टेशनों में दस स्टेशन एलिवेटेड और तीन स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। दूसरे करिडोर में 10.7 किमी एलिवेटेड और 3.5 किमी अंडरग्राउंड होगा। मेरठ मेट्रो के अधिकांश ट्रैक एलीवेटेड होंगे। एक किमी अंडग्राउंड ट्रैक बनाने पर करीब 350 करोड़ रूपये और एलीवेटेड ट्रैक पर 250 करोड रूपए का अनुमानित खर्च आएगा।

 

ये होंगे स्टेशन
मेरठ मेट्रो के लिए प्रस्तावित पहले चरण के स्टेशनों में मोदीपुरम , पल्लवपुरम, डोरली, सोफीपुर, लेखानगर, बेगमपुल, भैसाली बस अड्डा, रेलवे रोड, बागपत चौराहा, ब्रहपुरी , माधवपुरम, संजय वन, शताब्दीनगर ,रिठानी, डीएन पालिटेक्निक और परतापुर। दूसरे चरण के स्टेशनों में यानी कारिडोर 2 में श्रद्धापुरी, कंकरखेडा, कैंट रेलवे स्टेशन, आर्मी अस्पताल, रजबन बाजार , बेगमपुल, बच्चा पार्क , शाहपीर गेट, हापुड अड्डा, गांधी आश्रम , मंगलपांडे नगर, तेजगढी, मेडिकल कालेज, जागृति विहार एक्सटेंशन, गोकुलपुर। मेट्रो सुबह छह बजे से रात्रि 10 बजे तक चलेगी।
स्टेशन जो जमीन के नीचे होंगे
मेरठ मेट्रो में 10 स्टेशन जमीन के नीचे प्लान किए गए हैं, जिनमें रिठानी साउथ, रिठानी नार्थ, भैसाली, घंटाघर चौराहा, माधवपुरम, टासपोर्ट नगर, गांधी बाग, रजबन बाजार बागपत चौराहा हैं। यह सभी स्टेशन जमीन में 35 मीटर नीचे होंगे।
एक स्टेशन पर औसत 30 सेंकेड ठहराव
एमडीए के चीफ टाउन प्लानर जेएन रेडडी के अनुसार मेट्रो के रुकने का समय हर स्टेशन पर 30 सेंकेंड रहेगा। बेगमपुल जैसे भीड़-भाड़ वाले स्टेशन पर यह समय कुछ बढ़ सकता है। पीक आवर्स में हर घंटे 12 मेटो चलेगी। मेट्रो में अभी तीन बोगियां प्रस्तावित हैं, लेकिन यह आवश्यकता के मुताबिक बढ़ सकती हैं। मेट्रो में पीक आवर्स में 850 यात्री सफर कर सकेंगे। मेट्रो की स्पीड 35 किमी प्रति घंटा होगी।
ये होगा किराया
अभी तक मेट्रो का जो किराया निर्धारित किया गया है। उसके अनुसार न्यूनतम किराया 15 रूपये और अधिकतम किराया 42 रूपये होगा।

ये बोले अधिकारी
एमडीए में मेट्रो का काम देख रहे चीफ टाउन प्लानर ने बताया कि मेट्रो का काम डीपीआर पास होने के बाद अब गति पकड़ रहा है। इससे मेरठ की इंडस्ट्री को लाभ मिलेगा।

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