यह भी पढ़ेंः मेरठ के पहले कोरोना पॉजिटिव के सम्पर्क में आए 36 लोगों की रिपोर्ट आयी निगेटिव, इन्हें दी गई अस्पताल से छुट्टी सोमवार को एडीजी जोन प्रशांत कुमार ने बताया कि जोन से मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर 2 करोड 45 रूपये एकत्र हुए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए मेरठ जोन में आने वाले सभी जनपदों के पुलिसकर्मियों ने अपनी तनख्वाह से कटौती कर यह धनराशि जुटाई है। उन्होंने बताया कि मेरठ जोन के सभी जिलों में जरूरतमंदों को खाना वितरित किया जा रहा है। पुलिस लाइन की रसोई से हर रोज हजारों पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं जोन के सभी जिलों में खुले सहायता केंद्रों के नंबरों पर जहां से मदद के लिए फोन आ रहे हैं वहां पर पुलिसकर्मियों द्वारा तत्काल मदद पहुंचाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा कच्चा राशन वितरण किया जा रहा है, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो सके। पुलिस ने लोगों के लिए रोज की जरूरत वाली चीजों को उन तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था भी कराई है। हर रोज दूध का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को खाना नहीं मिल रहा है तो वे अपने जिलों में पुलिस के जारी नंबरों पर कॉल कर मदद ले सकता है। उसके अलावा भी थाना प्रभारियों के सीयूजी नंबर भी कॉल कर सकते है। एडीजी जोन प्रशांत कुमार का कहना है कि संकट की इस घड़ी में मेरठ जोन के सभी आठ जनपदों की पुलिस स्वेच्छा से अपनी तनख्वाह से यह मदद की है। मेरठ पुलिस ने 50 लाख और सहारनपुर पुलिस ने 34 लाख, बुलंदशहर पुलिस ने 34 लाख 94 हजार, बागपत पुलिस ने 18 लाख 72 हजार, हापुड़ पुलिस ने 20 लाख 91 हजार, मुजफ्फरनगर पुलिस ने 30 लाख 98 हजार, शामली पुलिस ने 17 लाख 54 हजार, मेरठ परिक्षेत्र कार्यालय ने 18 हजार 72 हजार राहत कोष में दिए हैं।