यह भी पढ़ेंः पति ने पुलिस को किया फोन, बोला- पत्नी बिना मास्क के बाहर घूम रही है मीनू कहती हैं कि इस समय सभी को एक-दूसरे की जरूरत है। ऐसे में हम लोगों की जिम्मेदारियां और अधिक बढ़ जाती हैं। मीनू कहती हैं कि प्रशासन द्वारा होम सप्लाई के लिए जारी की जाने वाली लिस्ट में उनकी दुकान का नाम था, जो कि बिना उनकी जानकारी के लिखा दिया गया। जब उनके पास होम डिलीवरी के लिए फोन आने लगे तो उनको पता चला कि प्रशासन ने उनकी दुकान का नाम अपनी लिस्ट में डाला है। मीनू बताती हैं कि लेकिन प्रशासन से उन्हें लोगों के घर सामान पहुंचाने की कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई।
यह भी पढ़ेंः ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान सीनियर छात्राओं की बढ़ी परेशानी, अभिभावकों ने अफसरों से की ऐसी शिकायतें उन्होंने सोचा कि लोग परेशान हैं और फोन कर रहे हैं तो उन्होंने इसके लिए अपने दो भाइयों को दुकान में बुला लिया और उन्हीं से ही होम डिलीवरी करवाने लगी। अब मीनू के पास अगर कोई फोन करता है तो वह कहती हैं कि अगर उनके पास किसी को भेजने की व्यवस्था है तो भेज दीजिए। अन्यथा वे होम डिलीवरी करवा देंगी।
यह भी पढ़ेंः Coronavirus: कोरोना वायरस से चार मरीजों ने जीती जंग, बताया- संक्रमित होने के बाद लगता था ऐसा मीनू बताती हैं कि उनकी दुकान में बिना मास्क और बिना हाथों को सैनिटाइज्ड किए कोई भीतर नहीं आ सकता। वह खुद भी इसके लिए काफी संवेदनशील हैं। वह बताती हैं कि वह जब घर से आती हैं तब नहाकर और पूरी तरह से सेनिटाइज होकर शॉप पर आती हैं। ऐसे ही जब वे शॉप से घर जाती हैं तब ग्लब्स और जूते बाहर ही उतारती हैं इसके बाद ही वे घर के भीतर एंट्री करती हैं। पूरी तरह से सैनिटाइज होने के बाद ही घर के भीतर अन्य सदस्यों के संपर्क में आती हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों चुनौती बहुत हैं। वह ऐसे समय में लोगों के अधिक से अधिक काम आ सकें जिससे लोग उन्हें याद रखे कि लॉकडाउन के दौरान मीनू ने उनके घर समान पहुंचाया था।