मेरठ जैसे जिले में क्या बीजेपी नेताओं से उलझना पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी को भारी पड़ा? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि पिछले दिनों जिस तरह से हस्तिनापुर के विधायक और राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने मेरठ पुलिस पर सवाल उठाए थे। उससे लगने लगा था कि एसएसपी प्रभाकर चौधरी अब अधिक दिन तक जिले में नहीं टिक पाएगे। इससे पहले भी विधानसभा चुनाव में जिस तरह से एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने निष्पक्ष चुनाव कराए वह भी भाजपा नेताओं की आंखों में किरकिरी बच गया।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी 18 जिलों में एसएसपी रह चुके हैं। जिसमें से मेरठ में सबसे लंबा कार्यकाल रहा।