यह भी पढ़ेंः यूपी के इन जनपदों में अब विद्युत दुर्घटनाएं हुर्इ तो अफसरों आैर कर्मचारियों की खैर नहीं सप्ताह में दो बार रेड की जिम्मेदारी बिजली चोरी रोकने के लिए डिस्काम के समस्त अधीक्षण अभियन्ता (वितरण) को हर हफ्ते दो बार मास रेड कराने की जिम्मेदारी सौंपी गर्इ है। साथ ही कहा गया है कि यदि निर्देशानुसार कार्य नहीं किया तो सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध कठोर कार्रवार्इ की जाएगी। मास रेड अभियान के अंतर्गत मंगलवार को मेरठ क्षेत्र में आने वाले कुल 155 बिजली के मीटर चेक किये गये जिसमें 29 प्रकरणों में बड़ी बिजली चोरी पकड़ी गर्इ है। इनके खिलाफ 29 एफआईआर दर्ज करायी गर्इ आैर 29 प्रकरणों में अनियमितता पायी गर्इ।
यह भी पढ़ेंः पांच साल तक के बच्चाें के लिए अब नीले रंग का ‘बाल आधार कार्ड’, बनवाने का तरीका है बहुत आसान सर्वाधिक बिजली चोरी सहानपुर में सहारनपुर क्षेत्र के अंतर्गत 165 बिजली मीटर चेक किये गये। जिसमें 55 के यहां विद्युत चोरी पकड़ी गर्इ। इनके खिलाफ एफआर्इआर आैर शमन शुल्क वसूला गया। वहीं गाजियाबाद क्षेत्र के अंतर्गत 121 मीटर चेक में से 19 में बिजली चोरी पकड़ी गयी। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करार्इ गर्इ। मुरादाबाद क्षेेत्र में कुल 14 मीटर चेक किए गए, इनमें से तीन लोगों के यहां सीधे विद्युत चोरी पकड़ी गर्इ। इनके खिलाफ विभाग की आेर से एफआर्इआर दर्ज करार्इ गर्इ है। एमडी आशुतोष निरंजन ने बताया कि बिजली चोरों के खिलाफ जारी अभियान अभी बंद नहीं होगा। हमारा उद्देश्य बिजली चोरी का प्रतिशत जीरो करना है।