यह भी पढ़ेंः कांवड़ यात्रा 2018: जल, थल आैर नभ में होगी कांवड़ियों की एेसी कड़ी सुरक्षा कांवड़ियों की मदद के साथ पुलिस की मदद करेंगे इसकी पहल मेरठ एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने की है। उनका कहना है कि कोई भी बड़ा आयोजन बिना संयुक्त प्रयास के सफल नहीं होता। मेरठ समेत पश्चिम उप्र में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा पुलिस और प्रशासन के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होती है। ऐसे में इसके लिए सामाजिक मदद भी जरूरी होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए समाज से ही ऐसे लोगों को कांवड़ मित्र बनाया जाएगा, जो कांवड़ियों की सेवा सुरक्षा के साथ मेरठ पुलिस-प्रशासन की मदद कर सके। ये कांवड़ मित्र कांवड़ यात्रा के दौरान सभी प्रकार की व्यवस्था में सहयोग करेंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान विभिन्न धार्मिक संगठनों और शिवभक्तों के सहयोग से एक हजार कांवड़ मित्र बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कांवड़ मित्र कोई भी बन सकता है। इसमें सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, छात्र, नवयुवक और राजनैतिक पार्टी के कार्यकर्ता भी अपना योगदान दे सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः Breaking: कांवड़ यात्रा होगी प्लास्टिक फ्री, इस बार इतने बढ़ जाएंगे शिवभक्त, शासन ने इसे ध्यान में रखकर शुरू की तैयारी कांवड़ मित्रों के पास होंगे अधिकारियों के नंबर कांवड़ मित्रों के पास अधिकारियों के नंबर होगे। जिन्हें वह जरूरत पड़ने पर प्रयोग कर सकेंगे। कांवड़ मित्र मेले के दौरान भंडारों के पास, शिविर के पास और कांवड़ यात्रा मार्ग पर अपनी डयूटी दे सकेंगे। जरूरत पड़ने पर या किसी आपात स्थिति में कांवड़ मित्र सीधे अधिकारियों को फोन कर इसकी जानकारी उपलब्ध करा सकेंगे। जिससे जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर व्यवस्था को संभाला जा सकेगा।