यह भी पढ़ेंः मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद एसटीएफ को जांच में मिले नए तथ्य, इससे यहां मचा हुआ है हड़कंप टैम्पू में छुपाकर ले गए थे शव शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि यह पेचीदा मामला था, क्योंकि जो वादी था उसी ने इसमें मुख्य भूमिका निभायी थी। अरशद के दोनों बच्चे दोपहर को दो से पांच के बीच घर पर नहीं रहते, नौ जुलार्इ को इसी दौरान उसने अपनी पत्नी का गला दबाकर हत्या कर आैर र्इंट से कुचल दिया आैर उसका शव उपर के कमरे में छिपा दिया। जब शाम को दोनों बच्चे घर आए, तो दोनों बच्चों को 20-20 रुपये देकर दादी के यहां भेज दिया। एसएसपी ने बताया कि इसके दिन व रात को दो टैम्पू चलते हैं। रात को शव को टैम्पू में रखकर उनके उपर आम की खाली कैरेट रखकर पत्नी को शव भावनपुर क्षेत्र में फेंककर वापस आ गए।
यह भी पढ़ेंः अब बड़े बिजली चोरों पर शिकंजे की बारी, विभाग ने की है यह बड़ी तैयारी पत्नी के भार्इ के यहां फिंकवा दिया मोबाइल एसएसपी ने बताया कि लिसाड़ी गेट के अरशद को अपनी पत्नी के अवैध सम्बन्ध होने का शक था और ये बात उसे बड़ी परेशान कर रही थी। इसी चक्कर मे उसने अपने एक साथी इरफान की मदद ली। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी पति अरशद ने पत्नी के मोबाइल को पत्नी के भार्इ के घर मे छिपा दिया, ताकि लोकेशन उसके घर की मिले। अरशद ने तब अपने पत्नी के भार्इ पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसकी पत्नी का अपहरण कर लिया गया है। इस मामले में उसने थाना लिसाड़ी गेट में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी, लेकिन पुलिस ने जल्दबाजी नहीं कर मामले की तफ्तीश की, तो पूरा मामला खुल गया। अपनी पत्नी का जल्द पता लगाने के लिए उसने कुछ लोगों के साथ एसएसपी आफिस पर प्रदर्शन भी किया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों अरशद और इरफान को गिरफ्तार कर उनके पास से वारदात में इस्तेमाल ईंट और दूसरा अन्य सामान भी बरामद कर लिया है।