मेडिकल कालेज के मीडिया प्रभारी डॉ. वीडी पाण्डेय ने बताया कि मेडिकल कालेज के दंत चिकित्सा विभाग में प्रवेश नाम के युवक को चोट लगने के कारण दंत चिकित्सा विभाग के सीनियर मैक्जिलोफेसियल सर्जन डॉ मनु शर्मा एवं विभागाध्यक्ष दंत चिकित्सा डॉ. रियाज अहमद ने भर्ती कराया। 3 डी सीटी फेस स्कैन जांच से पता चला कि मरीज का निचला जबड़ा पूरी तरह से टूट गया है। जो काम करने की स्थिति में नहीं है। डॉ. मनु शर्मा, डॉ. रियाज अहमद, डॉ. विष्णु शर्मा और उनकी टीम ने इंप्लांट लगाकर मरीज के टूटे जबड़े की सफल सर्जरी की तथा मरीज की जान बचाई।
बताते चलें कि यदि मरीज की सर्जरी नहीं की जाती तो निकट भविष्य में मरीज के जबड़े की हड्डी गल जाती। जिससे मरीज कुछ खा पी नहीं पता तथा उसकी जान भी जा सकती थी।
डॉ. रियाज अहमद ने बताया कि मरीज आर्थिक रूप से कमजोर था। मरीज के पास यूजर चार्ज जमा करने के पैसे नहीं थे। मरीज आयुष्मान लाभार्थी नहीं था फिर भी मरीज की जान बचाने के लिए मरीज को निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराई गई।
डॉ. मनु शर्मा ने बताया कि मैक्जिलोफेसियल सर्जरी की सुविधा मेडिकल कालेज में है। ट्रामा सेन्टर में जो मरीज गम्भीर रूप से घायल अवस्था में भर्ती होते हैं उनकी सर्जरी में न्यूरो सर्जरी टीम के साथ मैक्जिलोफेसियल सर्जरी टीम उपलब्ध रहती है।
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