यह भी पढ़ें
Muzaffarnagar: टीचरों ने स्कूलों में डाल दिया ताला और धरने पर बैठ गए- देखें वीडियो
यह कहा मौलाना ने मेरठ (Meerut) के गुदड़ी बाजार स्थित मस्जिद में पैगामे-अमन और भाईचारे को लकर एक जलसा आयोजित किया गया। जलसे में मुस्लिम समाज के उलेमाओं और मौलवियों ने शिरकत की। इसमें देश की तरक्की, अमन और भाईचारे की बातें की गईं। जलसे में कलियर पीर से आए मौलाना शफी ने कहा कि माना कि किसी-किसी जगह कुछ मसलों पर कुछ मजहबी मुखालफत हो सकती है। जैसा कि आज राम मंदिर, सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) को लेकर है। ये सिर्फ हमारी सदियों पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब और कौमी एकता को ललकार रहा है, लेकिन चंद हवाओं के झोंकों से हिन्दुस्तान न कभी बिखरा है, ना कभी बिखरेगा। हमारे मुल्क में न्यायपालिका को अहम दर्जा मिला हुआ है। उसके द्वारा लिए गए फैसले हमेशा ही देश हित में होते हैं। यह भी पढ़ें