अतीक पर गोली चलाने वाले सनी ने जिस पिस्टल को उपयोग किया वो मेरठ के बदमाश सोढी ने दी थी। बताया जाता है कि मेरठ के सोढ़ी ने हमलावर सनी को ये पिस्टल रखने के लिए दी थी।
पूछताछ में आरोपी सनी ने बताया कि उसने वो पिस्टल सोढ़ी को वापस नहीं लौटाई थी। बल्कि उसी पिस्टल को अतीक और अशरफ की हत्या करने में इस्तेमाल किया।
सनी और सोढी बंद थे हमीरपुर जेल मेंबताया जाता है कि अपराधी सोढ़ी कुछ समय पहले हमीरपुर जेल में बंद था। इसी बीच उसकी मुलाकात सनी से हुई। इसके बाद दोनों के बीच मुलाकात होने लगी।
सनी ने अपने साथी लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य से संपर्क किया। इसके बाद सनी अपने दोनों साथियों के साथ मेरठ आया।
इस दौरान सोढ़ी ने सनी को पिस्टल रखने के लिए दी। बस फिर क्या, इसी के बाद तीनों ने मिलकर प्लान तैयार किया और बड़ा डॉन बनने के लिए अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या कर डाली।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में जांच कराने के दौरान दोनों की हत्या की गई थी।
इससे पहले अतीक के बेटे असद अहमद और उसके साथी गुलाम को झांसी में मुठभेड़ में मार गिराया था।