मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि उप्र का सबसे बड़ा जिला कहा जाता है। मेरठ जिले में सात विधानसभा सीटें आती है।। यहां की कैंट विधानसभा सीट पर पिछले तीन दशक से भाजपा की हकूमत चलती आ रही है। यानी तीन दशक से भाजपा का ही विधायक बनता आया है। मेरठ कैंट इलाके को जिले में सबसे पॉश और संभ्रात श्रेणी का दर्जा प्राप्त है। इस सीट पर पिछले तीन दशक से भाजपा का कब्जा है। इस बार भी इस सीट पर भाजपा के ही अमित अग्रवाल मतगणना के दौरान लगातार बढ़त बनाए हुए हैं।
यह भी पढ़े : Uttar Pradesh Assembly Elections Result 2022 : खोई जमीन पाने की ओर बढ़ रही रालोद, बागपत की तीनों सीटों पर आगे, पश्चिमी उप्र में मुकाबला कड़ा 1989 में अस्तित्व में आई मेरठ कैंट विधानसभा सीट पहली बार ही भाजपा के हिस्से में आ गई थी। यहां से पहले विधायक भाजपा के परमात्मा शरण मित्तल रहे थे। इन्होंने तत्कालीन कांग्रेस विधायक अजीत सेठी को हराया था। उसके बाद से 2017 के विधानसभा चुनाव तक यह सीट भाजपा के पास ही रही। इस समय कैंट सीट से प्रत्याशी और पूर्व भाजपा विधायक अमित अग्रवाल यहीं से लगातार दो बार विधायक रह चुके हैं।