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Happy New Year 2020: अपने हौसले के दम पर आसमान छूने की तैयारी गांधी बाग मैदान के प्रशिक्षु समीर रिजवी कोच तनकीब अख्तर से क्रिकेट की बारीकियां सीखते आ रहे हैं। तनकीब के पास समीर छह साल की उम्र से क्रिकेट सीख रहे हैं। तनकीब का कहना है कि 19 साल की उम्र में यूपी रणजी टीम में जगह बनाना बड़ी बात है। समीर की खासियत यही है कि वह अपना तेजतर्रार नेचुरल गेम खेलता है और प्रेशर बिल्कुल नहीं लेता। इसलिए शायद वह कई बार नर्वस नाइंटीज में आउट हुआ।
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Meerut: अनुभव ने एशियन आइस स्केटिंग में जीता गोल्ड, लौटने पर जोरदार स्वागत, देखें वीडियो यूपी के चयनकर्ताओं की नजर समीर रिजवी पर तब पड़ी, जब उसने इस सीजन में कर्नल सीके नायडू ट्राफी में पंजाब के खिलाफ 330 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को मजबूत स्थित में पहुंचा दिया था। समीर ने इसमें 33 चौके और 11 छक्के जड़े थे। इसके पहले समीर ने यूपी अंडर-14 और अंडर-16 के लिए खेलते हुए अपने पहले ही मैच में शतक बनाया था। समीर जूनियर क्रिकेट में कई लाजवाब पारी खेल चुके हैं। समीर के पिता हसीन लोहिया प्रापर्टी डीलर का काम करते हैं। परिवार में दो बड़ी बहनों व दो भाइयों में सबसे छोटे समीर रिजवी के यूपी रणजी टीम में चयन से सभी खुश हैं। पिता हसीन लोहिया का कहना है कि वह चाहते हैं कि समीर इसी तरह आगे बढ़े और भारत के लिए खेले।