पांच करोड़ रुपये के अवैध मीट सप्लाई के मामले में फरार
पुलिस, प्रशासन समेत कई विभागों की संयुक्त टीम ने 31 मार्च 2022 को हाजी याकूब कुरैशी की हापुड़ रोड स्थित मीट फैक्टरी में छापा मारा था। फैक्टरी में अवैध तरीके से मीट की पैकिंग हो रही थी। दस कर्मचारी मौके से गिरफ्तार हुए थे। इस मामले में याकूब, उनके बेटे, इमरान व फिरोज समेत 17 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था।
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याकूब के गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके हैं। उन पर 50-50 हजार का इनाम भी घोषित है। पुलिस के शिकंजे के बाद याकूब की सियासत और कारोबार दोनों ही खतरे में है। याकूब ने लोकसभा चुनाव में अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्योरा हलफनामे में दिया था। पुलिस ने इसका पूरा ब्योरा जिला निर्वाचन कार्यालय से मांगा था। यह भी पढ़ें
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अब तक याकूब कुरैशी के दो करीबी गिरफ्तार
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के दूसरे साथी घोसीपुर निवासी फैजाब को खरखौदा पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। फैजाब अवैध तरीके से चल रही मीट फैक्टरी वाले मुकदमे में सात महीने से वांछित था। तीन दिन पूर्व मुजीब को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। याकूब परिवार सहित परिवार हैं। वहीं, पुलिस ने गैंगस्टर 14(ए) के तहत जब्तीकरण के कार्रवाई करने के लिए याकूब की आठ जगहों पर करोड़ों रुपये की संपत्ति को चिह्नित कर लिया है।