यह भी पढ़ेंः गठबंधन ने उतारे ये स्टार प्रचारक तो भाजपा ने बदल दी अपनी रणनीति पहले मायावती, फिर योगी आदित्यनाथ लाेक सभा चुनाव 2019 के प्रथम चरण के मतदान के चुनाव प्रचार के दौरान पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भाषण में वे बातें कहीं, जिससे हड़कंप मच गया था। मायावती ने सात अप्रैल को सहारनपुर में गठबंधन के उम्मीदवार हाजी फैजल-उर-रहमान के समर्थन में चुनावी रैली की थी। मायावती ने अपने भाषण में मुसलमानों से अपील करते हुए कहा था कि वे अपना वोट बंटने नहीं दें। मायावती ने कहा था कि मैं खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आपको भावनाओं में बहकर, रिश्ते-नातेदारों की बातों में आकर वोट बांटना नहीं है, बल्कि एकतरफा वोट गठबंधन को देना है। मायावती ने रैली में मुसलमानों से खासतौर पर अपील करते हुए कहा कि वे कांग्रेस को वोट न देकर सिर्फ गठबंधन को वोट दें ताकि भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जा सके।चुनाव आयोग ने मायावती के भाषण का वीडियो देखने के बाद पाया कि आपत्तिजनक था, इसलिए दो दिन का बैन लगा दिया गया।
यह भी पढ़ेंः इस क्षेत्र की महिलाएं निकली पुरुषों से आगे, बढ़-चढ़कर किया इतना मतदान मायावती के भाषण के दो दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने मेरठ के किठौर के गांव सिसौली में पहले चरण का चुनाव प्रचार बंद होने के तीन घंटे पहले ही चुनावी रैली को संबोधित किया था। इसमें योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यदि सपा, बसपा आैर कांग्रेस के पास ‘अली’ हैं तो हमारे पास बजरंगबली हैं। इसके बाद रैली में जय श्रीराम आैर भारत माता की जय के नारे गूंजने लगे थे। चुनाव आयोग ने योगी के इस बयान को आपत्तिजनक पाया और तीन दिन के लिए चुनाव अभियान पर बैन लगा दिया।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर .. UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App