मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष इसको जलवायु परिवर्तन का असर और पश्चिमी विक्षोभों की अधिकता बता रहे हैं। इसी कारण से इस बार मई 2023 36 साल में सबसे अधिक ठंडी रही है। मई में भीषण गर्मी पड़ती है। लेकिन इस बार मई में केवल पांच दिन ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा।
मेरठ और आसपास के जिलों में सिर्फ चार दिन लू चली। दिल्ली एनसीआर के क्षेत्रों में दो दिन के लिए लू चलने की स्थिति बनी। साल 2008 में मई का औसत अधिकतम तापमान 37.0 डिग्री रहा था। जबकि 2021 में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री दर्ज किया गया था।
मई में पहली बार औसत से अधिक बारिश
इस बार मई में 111 मिमी बारिश हुई है। जो कि 30.7 मिमी के औसत से 262 फीसदी अधिक बताई जा रही है। 2008 में मई में 165 मिमी, 2021 में 144.8 मिमी और 2002 में 129.3 मिमी बारिश हुई थी।
इस बार मई में 111 मिमी बारिश हुई है। जो कि 30.7 मिमी के औसत से 262 फीसदी अधिक बताई जा रही है। 2008 में मई में 165 मिमी, 2021 में 144.8 मिमी और 2002 में 129.3 मिमी बारिश हुई थी।
डा. एन सुभाष ने बताया कि अप्रैल और मई में उत्तरी मैदानी भागों में हर साल पांच से छह पश्चिमी विक्षोभ बनते हैं। लेकिन इस बार 10 पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। जो असामान्य है।
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