यह भी पढ़ेंः Independence Day 2019: गांधी जी यूपी के इस शहर में रुके थे 8 दिन और हिलाकर रख दी थी ब्रिटिश हुकूमत अपने पोते को भी सेना में भर्ती कराएंगे ‘पत्रिका’ की हुई बातचीत में शहीद अजय के पिता वीरपाल ने बताया कि अजय का ढाई साल का बेटा आरव हाथ में तिरंगा लिए हुए है। वह हाथ उठाकर भारत माता की जय बोलता है। उनका कहना है कि उन्हें अपने बेटे पर नाज है। उन्होंने कहा कि वह पोते आरव को भी सेना में भर्ती कराएंगे। जिससे वह भी देश की सेवा कर सके। पुलवामा में बीती 16 फरवरी की देर रात एनकाउंटर में मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के बसा टीकरी गांव निवासी सिपाही अजय कुमार भी शहीद हुए थे। एनकाउंटर में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर समेत चार जवानों ने शहादत पाई थी। अजय का निशाना अचूक था। सेना ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में सीआरपीएफ पर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड कामरान भी शामिल था। अजय का एक बेटा आरव है जो कि ढाई साल का है। उनके पिता वीरपाल भी सेना से रिटायर्ड हैं।
यह भी पढ़ेंः पौधारोपण का रिकार्ड बनाकर विभाग भूल गए अपनी जिम्मेदारी, तीन दिन बाद ही पौधों की ये स्थिति, देखें वीडियो शहादत का शहीद होकर लिया बदला जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में आतंकी ने 350 किलो विस्फोट से भरी कार घुसा दी थी। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद जवानों ने आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर में पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान समेत दो आतंकियों को ढेर कर दिया था। बसा टीकरी के जवान अजय कुमार ने सीआरपीएफ जवानों की शहादत का बदला लेते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी थी।