यह भी पढ़ें- Bulandshahr: सीएम योगी के आदेश पर औचक निरीक्षण को पहुंचे स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने उड़ाई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां बता दें कि बाजार में दुकान खोलकर साफ-सफाई की मांग को लेकर संयुक्त व्यापार संघ नवीन गुप्ता गुट के चार पदाधिकारियों ने धरना भी दिया था। सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक चले धरने में समय-समय पर व्यापारियों ने नारेबाजी भी की थी। अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने चेतावनी दी थी कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो फिर से धरने पर बैठेंगे। जिस पर डीएम ने व्यापारी संगठनों को चेतावनी दी थी कि अगर व्यापारी प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए धरने पर बैठेंगे तो उनको जेल भेजा जाएगा। वहीं डीएम ने बैठक में कहा कि दुकानों को खोले जाने का रोस्टर जारी कर दिया जाएगा।
प्रशासन और व्यापारियों के बीच कई दिनों से चली आ रही रस्सा-कसी के बाद डीएम ने व्यापारियों की बात मान ली है। डीएम ने दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक सर्किल वाइज दुकान खोलने का आदेश दे दिया है। वहीं उन्होंने यह शर्त भी लगा दी कि व्यापारी केवल साफ-सफाई और देखभाल के लिए ही अपनी दुकान खोल पाएंगे। इस दौरान किसी प्रकार का कोई व्यापार नही किया जाएगा। व्यापारियों के साथ हुई बैठक के बाद डीएम ने बताया है कि 1 दिन में एक ही सर्किल की दुकाने खुलेंगी‚ दूसरे सर्किल की दुकाने अगले दिन खुलेंगी। इस तरह सप्ताह में 4 दिन साफ सफाई के लिए दुकाने खुल सकेंगी। वहीं सोमवार और गुरुवार को संपूर्ण लॉकडाउन की वहज से कोई दुकान नही खुलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि बाजार खुलने का निर्णय का 31 मई के बाद केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को देखने के बाद ही लिया जाएगा। लॉकडाउन के बीच बाजार खुलने के मुद्दे को लेकर शुक्रवार को बचत भवन में अहम बैठक हुई। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार शहर को पांच सर्किल में बांटा गया है। इस बैठक में डीएम, सांसद, विधायक और व्यापारिक संगठनों के अध्यक्ष और महामंत्री मौजूद रहे।
डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि सिर्फ चार वार्डों को छोड़कर पूरा नगर कंटेंमेन जोन में है। ऐसे में बाजार नहीं खुलेंगे। व्यापारियों की मांग को देखते हुए सिर्फ रोस्टर के साथ एक-एक दिन तीन घंटे के लिए सर्किल के हिसाब से साफ-सफाई के लिए दुकानें खुल सकेंगी। डीएम का कहना है कि लॉकडाउन 5.0 के नियम आने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।