खबर लिखे जाने तक परिजनों और संगठन के लोगों ने शव को उठाने से साफ मना कर दिया। आक्रोशित लोगों का कहना था कि जब तब आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती और पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक सड़क से शव को नहीं उठने दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें
Missed Call से शुरू हुई प्रेम कहानी पहुंची थाने, जानिए क्या है पूरा मामला
गांव में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एकत्र होकर हंगामा किया। ग्रामीणों के हंगामे को देखते हुए कई थानों का फोर्स और एसपी देहात खुद मौके पर पहुंच गए। सीओ ब्रिजेश सिंह और एसओ संजय कुमार भी घटनास्थल पर डटे हुए थे। अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन ग्रामीण मौके पर ही आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों का आरोप था कि इस मामले में पुलिस ने लापरवाही की है। पुलिस ने 24 घंटे बीतने के बाद भी कोई जरूरी कार्रवाई नहीं की है। यह भी पढ़ें
UP के सबसे Hitech शहर में Tata और Bill Gates ने बनवाया सबसे बड़ा Covid-19 अस्पताल
ये था मामला :— गौरतलब है कि सोमवार को अब्दुल्लापुर का रहने वाला कांति प्रसाद अपने घर की बिजली का बिल जमा कराने गया था। आरोप है लौटते समय क्षेत्र के ही रहने वाले विशेष संम्प्रदाय के युवक ने उसे ग्लोबल सिटी के पास रोक लिया और कांतिप्रसाद द्वारा धारण किए गए भगवा गम्छा व माथे पर तिलक को लेकर छींटाकशी करने लगा था। इसको लेकर जब कांतिप्रसाद ने इसका विरोध किया तो आरोपी युवक ने उसके साथ मारपीट की थी। जिसमे कांतिप्रसाद को काफी अंदरूनी चोटें आई थी। कांति प्रसाद ने आरोपियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी और पुलिस मामले की जांच की बात कह रही थी। इस मामले में सीओ ब्रिजेश सिंह का कहना है कि व्यक्ति की उम्र करीब 60 साल थी। वे बीमार भी रहते थे। सीओ ने मारपीट के कारण मौत होने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। सीओ ने हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों से बात कर शव को उठाने के लिए कहा। लेकिन संगठनों ने शव को उठाने से मना कर दिया। खबर लिखे जाने तक हंगामा चल रहा था।