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शीत लहर के कारण यहां डीएम ने कर दी दो दिन की छुट्टी, विद्यालयों को दिए ये कड़े निर्देश 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर ये करें Makar Sankranti 2019 दिन मंगलवार को सुबह स्नान करके सूर्य को जल में तिल डालकर अर्पित करें, फिर सूर्य की पूजा करें। फिर अनाज, घी, फल आैर वस्त्र का दान करें। इस दिन दिए दान को महादान माना जाता है, इसलिए तिल, दाल, चावल, नमक, खिचड़ी, वस्त्र के साथ रुपये-पैसे का दान भी बेहद शुभ माना जाता है। Makar Sankranti पर्व पर खिचड़ी खाने का भी विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन खिचड़ी जरूर खाएं।
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VIDEO: कैंसर जन जागरूकता रैली निकाली, बचाव के बताए ये उपाय इन उपायों से हो जाएंगे मालामाल ज्योतिषाचार्य डा. ललित गर्ग का कहना है कि मकर संक्रांति एेसा पर्व है जिसमें व्यक्ति अपनी मनोकामनाआें को पूरा लेता है। इस दिन दान देने का विशेष महत्व है, साथ ही सूर्य आराधना विशेष फलदायी साबित होती देखी गर्इ है। उनके मुताबिक यदि व्यक्ति के पास पैसा नहीं रुक रहा है आैर धनाभाव बना रहता है तो लाल चंदन की माला बाजार से ले आएं आैर कुछ समय के लिए गुलाब जल में भिगोकर रख दें। फिर इस माला से मंत्र ‘आेम सूर्याय नमः’ या ‘आेम नमो भगवत सूर्याय’ का जप करें। कम से कम एक माला करें, इससे ज्यादा भी कर सकते हैं। ध्यान यह रहे कि आराधना शुद्ध उच्चारण आैर सच्ची भावना से करनी है। इसके अलावा यदि नौकरी में उन्नति नहीं हो रही या उतनी मेहनत के हिसाब से पैसा नहीं मिल रहा तो मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी का भंडारा करने से काफी लाभ मिलता है। या फिर अपनी जेब के अनुसार तांबे के बर्तन में खिचड़ी, घी व गुड़ का दान किसी गरीब व्यक्ति को करें तो भी इसका अच्छा फल मिलता है। व्यापारी वर्ग को यदि उनके कारोबार में फायदा नहीं हो रहा है तो मकर संक्रांति पर सूर्य के सामने लाल कपड़े पहनकर लाल आसन पर बैठें आैर तांबे का एक छल्ला या कड़ा बनवाकर पूजा के समय सामने रखें। फिर सूर्यदेव के मंत्र ‘आेम ह्रां ह्रीं हौं सः सूर्याय नमः’ या आेम सूर्याय नमः सच्ची भावना से जप करें। कम से कम 108 आैर इससे ज्यादा मंत्र का जाप भी किया जा सकता है। पूजा के बाद यह छल्ला या कड़ा पहन लें। इसे पहनने के बाद व्यसनों से बचें। व्यक्ति के काराेबार में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं।