आत्मरक्षा एवं परिवार की रक्षा का अधिकार सभी को है। उन्होंने कहा कि पिदले महीने हरिद्वार स्थित वेद निकेतन में हुई धर्म संसद की आवाज पूरे देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी गूंजी तथा हिंदू समाज अपनी बहन बेटियों की रक्षा हेतु जागृत हुआ तथा हिंदुओं ने संकल्प लिया कि वह अपनी मां बहन बेटियों की रक्षा हेतु समय आने पर हथियार भी उठा लेंगे परंतु कट्टरपंथियों एवं वामपंथियों द्वारा इस बात को तोड़ मरोड़ कर दुष्प्रचारित किया गया। उन्होंने कहा कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को साजिश के तहत एवं जिहादियों को खुश करने के लिए मामूली धाराए लगाकर जेल में डाल दिया गया।
यह भी पढ़ै : हेट स्पीच मामले में यति नरसिंहानंद सरस्वती जेल से रिहा, जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को नहीं मिली जमानत जिहादियों की ताकत इतनी बढ़ चुकी है कि वो स्वामी और जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की जमानत तक नहीं होने देना चाहते थे। वो तो स्वामी जी की जमानत हो चुकी है। लेकिन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की जान को जेल के भीतर खतरा है। जेल मे जिहादी और अपराधी गठजोड़ बहुत प्रभावी होता हैं। यात्रा में कोविड़ प्रोटोकॉल का पूर्णयता पालन किया जायेगा। यात्रा का पड़ाव मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर, सहारनपुर के कुछ गांव, रूड़की, हरिद्वार और अन्त में देहरादून होगा।