यह भी पढ़ेंः बड़ी बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग एक अगस्त से ला रहा यह धाकड़ प्लान, बड़ों-बड़ों के उड़ जाएंगे होश साेलर सिस्टम से होगा विद्युत संरक्षण मेरठ और गाजियाबाद क्षेत्र के अंर्तगत 33/11 केवी उपकेन्द्रों पर स्थापित कुल 36 नग सोलर रूफटॉप संयत्रों का उद्घाटन प्रबन्ध निदेशक आशुतोष निरंजन ने किया। बताया कि सोलर सिस्टम संयंत्रों द्वारा बहुमूल्य विद्युत ऊर्जा का संरक्षण किया जा सकेगा। इस दौरान प्रबन्ध निदेशक द्वारा मुख्य अभियन्ता पारेषण एवं अन्य अधिकारियों के साथ मेरठ और गाजियाबाद क्षेत्र को नो ट्रिपिंग जोन बनाने के लिए आवश्यक कार्रवार्इ एवं तकनीकी बिन्दुओं की समीक्षा की गयी। बता दें कि रात्रिकालीन विद्युत व्यवधानों को ठीक करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था, जिसके कारण उपभोक्ताओं को अनावश्यक विद्युत व्यवधानों से परेशानी हो रही थी। निदेशक द्वारा गाजियाबाद नगर के लिए तीन एवं लोनी क्षेत्र हेतु एक विशेष अनुरक्षण गैंग की स्वीकृति प्रदान की गयी। यह मोबाइल वाहन से युक्त अनुरक्षण गैंग 24 घण्टे प्रतिदिन कार्यरत रहेंगे। प्रत्येक मोबाइल वैन के साथ अनुरक्षण गैंग तथा एक फाल्ट लोकेटर मशीन भी तैनात रहेगी। जिससे लाइनों में फाल्ट होने पर अथवा तकनीकी खराबी आने पर फॉल्ट की लोकेशन का पता लगाकर मोबाइल वाहन से तत्काल पहुंचकर फाल्ट को दूर किया जा सकेगा।
यह भी पढ़ेंः यूपी के इस शहर का हुआ यह हाल, बारिश आैर बिजली ने यहां तोड़ दिए पिछले रिकार्ड फाल्ट तलाशने में लग जाते थे घंटों मशीन आने के बाद बिजली कर्मचारियों को अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। पहले बिजली का फाल्ट तलाशने के लिए घंटों पसीना बहाना पड़ता था। खासकर रात में तो विभाग के कर्मचारियों की जान भी दांव पर लगी रहती थी। कई बार कर्मचारी फाल्ट तलाशने के दौरान हादसों का भी शिकार होते रहे हैं, लेकिन अब इस अत्याधुनिक मशीन के आ जाने से फाल्ट तलाशने वाले गैंग को इस परेशानी से निजात मिलेगी।