फिल्म लाइन में मुख्य किरदार निभाने वाले ऋषि भाटिया अपनी फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित दिखे। उन्होंने बताया कि उनके नाना-नानी और माता-पिता पाकिस्तान से भारत आए थे। उनके परिजनों ने सोचा था कि 1947 में गदर के बाद जब हालात बदल जाएंगे तो वे वापस लौट जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बंटवारा हो गया। जिसकी वजह से उनको यहीं रूकना पड़ा। ऋषि भूटानी ने बताया कि कुछ ऐसा ही हालातों को बयां करती उनकी फिल्म लाइन है। फिल्म में कारगिल युद्ध के दौरान दोनों देशों की सीमा पर रह रहे लोगो के क्या हालात रहे उन परिस्थितियों को भी दर्शाया गया है।
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गंगानगर स्थित आईआईएमटी यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संजीव सिक्का, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, पार्षद गुलवीर सिंह व अन्य ने अभिनेता ऋषि भूटानी का जोरदार स्वागत किया। सम्मान कार्यक्रम के बाद ऋषि भूटानी ने अपनी फिल्म के बारे में जानकारी दी और बताया कि यह उनके परिवार पर आधारित फिल्म है। इसकी कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। मेरठ में हैं संभावनाएं मेरठ निवासी ऋषि भूटानी ने कहा कि जिस प्रकार से नोएडा और लखनऊ को फिल्म इंडस्ट्री के तौर पर विकसित किया गया है उसी तरह से वे मेरठ को एक फिल्म इंडस्ट्री के तौर पर विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी जी ने जो प्रयास फिल्म इंडस्ट्री के लिए किए हैं वे काबिले तारीफ हैं। यहां पर काफी प्रतिभाएं छिपी है जरूरत हैं उन प्रतिभाओं केा निखारने की।