यह भी पढ़ेंः Ayodhya Ka Faisla: फैसले का लेकर वेस्ट यूपी के जनपदों में अलर्ट, संवेदनशील इलाकों में बढ़ी सुरक्षा, देखें वीडियो आरएएफ, बीएसएफ और पीएसी तैनात सार्वजनिक स्थल या घर के बाहर और दुकानों पर चार से ज्यादा लोगों को एकत्र होने पर रोक लगाई है। शहर को छह और देहात को पांच जोन में बांट कर सुबह आठ बजे से पुलिस की ड्यूटी फिक्स कर दी गई है। चार कंपनी आरएएफ, बीएसएफ और पीएसी को लगाया गया है। सोशल साइट्स पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है।
900 से अधिक बैठकें हुई अयोध्या मसले पर निर्णय को लेकर पिछले दस दिनों से पुलिस सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर रही है। दोनों समुदाय के लोगों में निर्णय आने के बाद आपसी सौहार्द बना रहे। इसके लिए जनपद में 900 से अधिक बैठकें और 400 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। देहात और शहर के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में आरआरएफ, पीएसी के साथ अफसरों ने फ्लैगमार्च कर सुरक्षा व्यवस्था बनाने का संदेश दिया। पुलिस लाइन में शहर के दोनों समुदाय के लोगों की अलग-अलग बैठक कर आपसी सौहार्द बनाने का भरोसा दिलाया। बैठक में मौजूद लोगों को भी शहर की सुरक्षा के लिए पुलिस मित्र बनाया गया है। एसएसपी ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों का अवकाश निरस्त किया गया है। उन्हें 24 घंटे की अनुमति भी नहीं मिल पाएगी।
थाने में सिर्फ एक मुंशी और सिपाही शनिवार को सुबह से पुलिस बल सड़कों पर है। प्रत्येक थाना प्रभारी को आदेश दिए कि पुलिस वाहनों के अलावा पांच अतिरिक्त गाड़ियां हैं। प्रत्येक गाड़ी में एक दारोगा और दो हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल रखे गए हैं। जिनके लिए घूमने का एरिया निश्चित कर दिया है। थाना प्रभारी के साथ एक अतिरिक्त दंगा नियंत्रण वाहन रहेगा।