यह भी पढ़ेंः लेडी सिंघम ने इस मामले पर लिया बड़ा फैसला, एक ही थाने के इंस्पेक्टर, दरोगा और कांस्टेबल किए निलंबित यह भी पढ़ेंः जघन्य अपराधों में कुख्यातों को पीछे छोड़ रहे यहां के किशोर, पढ़ेंगे तो हैरत में पड़ेंग सामूहिक उपवास पर पहुंचे थे ये कमिश्नरी पार्क में सामूहिक उपवास कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय समिति के अध्यक्ष रोहिताश्व अग्रवाल सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के लिए कुछ कहा तो सांसद के समर्थकों ने उनके हाथ से माइक छीन लिया। इसी छीना झपटी के बीच रोहिताश्व अग्रवाल के हाथ में लिए गए कागज नीचे गिर गए। उनके साथ सांसद समर्थकों ने धक्का-मुक्की करते हुए उन्हें मंच से नीचे उतारने की कोशिश की। तभी अध्यक्ष के समर्थन में अधिवक्ता आ गए। सांसद और अध्यक्ष दोनों आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे। इसी दौरान सांसद समर्थकों और अधिवक्ताओं के बीच झड़प होनी शुरू हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने स्थिति को संभालते हुए दोनों पक्षों को शांत किया।
यह भी पढ़ेंः इस बड़े सपा नेता ने कहा- भाजपा की नींद उड़ी हुर्इ, प्रदेश में किसान समेत हर वर्ग परेशान सांसद नहीं चाहते यहां हो हार्इकोर्ट बेंच अधिवक्ताओं ने आरोप लगाए कि सांसद राजेन्द्र अग्रवाल नहीं चाहते कि हाईकोर्ट बेंच मेरठ में आए इसलिए वे कार्यक्रम को बिगाड़ रहे हैं। अधिवक्ताओं ने केंद्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन रोहिताष्व कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में सांसद मुर्दाबाद के नारे लगाए। रोहिताष्व कुमार अग्रवाल ने कहा कि सांसद ने अधिवक्ताओं का अपमान किया है। वे इसकी रिपोर्ट लिखवाएंगे और मुकदमा दर्ज कराएंगे। इसके बाद अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच और वहां पर डीएम से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस बारे में जब सांसद राजेन्द्र अग्रवाल से बात की गई तो उनका कहना था कि उनको इस बारे में कुछ नहीं कहना है अगर उनके कारण किसी को ठेस पहुंची है तो उसके लिए वे खेद व्यक्त करते हैं। वहीं रोहिताश्व अग्रवाल ने कहा कि सांसद ने उनका और अधिवक्ताओं का अपमान किया है। वे मुकदमा दर्ज कराएंगे।
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