मेरठ

एनसीआर में तीसरे स्थान पर रहे खुशांक ने इन चीजों से परहेज किया, जानिए मेरठ के इस टाॅपर से

आर्इसीएसर्इ बोर्ड की 12वीं कक्षा में जनपद में अव्वल रहा खुशांक बनना चाहता है एडवोकेट, फिर करेगा सिविल सर्विसेज की तैयारी
 

मेरठMay 15, 2018 / 10:36 am

sanjay sharma

मेरठ। आर्इसीएसर्इ बोर्ड के परिणाम घोषित हो गए हैं। 98.75 अंकों के साथ मेरठ के खुशांक त्यागी ने इस बार आईएससी (कक्षा 12) में विज्ञान वर्ग से जनपद टॉप किया है। साथ ही दिल्ली-एनसीआर की मेरिट लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। खुशांक वकील बनना चाहते हैं और डीयू में पढ़ाई करने के साथ ही सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगे। उनकी माता शिखा त्यागी सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं और वह उन्हीं से प्रेरित होकर वकालत के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं और अपना करियर बनाना चाहते हैं।
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खुशांक ने इतने नंबर हासिल किए

खुशांक ने अंग्रेजी में 97, मैथ में 100, केमिस्ट्री एंड फिजिक्स में 99 और बायो में 95 अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने ज्यादातर पढ़ाई सेल्फ स्टडी से की है। मैथ्स में स्कूल और ट्यूशन के शिक्षकों की मदद ली है। अब तक वह सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहे हैं और मोबाइल से भी रिश्ता नहीं जोड़ा है। अब 12वीं के बाद वह बाहर पढ़ने जाएंगे तब मोबाइल लेंगे। उनका मानना है कि जो चीजें जीवन में जरूरी नहीं हैं, उन्हें रखना आैर इस्तेमाल करना कतई जरूरी नहीं होता है। पढ़ाई के दौरान भी वह पूरी तरह से स्टडी पर फोकस रहे हैं। अपनी दिनचर्या खुद बनाई और उसमें जो मदद परिवार से मिल सकती थी उनके माता-पिता ने की है।
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सेल्फ स्टडी आैर लगातार पांच घंटे पढ़ार्इ

खुशांक त्यागी के पिता पेशे से इंजीनियर हैं। खुशांक की सफलता पर घर में सभी सदस्य बेहद खुश हैं। खुशांक अपनी सफलता के विषय में कहते हैं कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए लगातार पांच घटे सेल्फ स्टडी करने के साथ स्कूल और ट्यूशन में पढ़ाई की है। खुशांक ने बताया कि मुझे खुशी है कि मैं जिले का टॉपर और एनसीआर में थर्ड रैंक हासिल कर सका। मैंने पूरी लगन से मेहनत की थी। रेगुलर पांच घंटे सेल्फ स्टडी और गणित के ट्यूशन लिए थे। बाकी स्कूल के शिक्षकों का मार्गदर्शन लेता रहा। मेरी मां शिखा त्यागी सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट हैं। मैं उन्हीं की तरह ही एडवोकेट बनना चाहता हूं। डीयू में दाखिला लेकर लॉ करने के साथ ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी करूंगा। मैं अब तक सोशल मीडिया पर नही हूं और मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी निजी तौर पर नहीं करता। मुझे किताबें पढ़ना और बास्केटबाल खेलना बेहद पसंद है।
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