यह भी पढ़ेंः सावन में 20 साल बाद बन रहा यह दुर्लभ संयोग, इस महीने शिव की भक्ति करेंगे एेसे तो मिलेगा मनोवांछित फल यह भी देखेंः कांवड़ यात्रा 2018: इस जिले में कांवरियों की सुरक्षा को लेकर बना हाईटेक प्लान पहले पूरे सीजन में 500 कांवड़िए, अब रोजाना पांच हजार मेरठ में आने वाले कांवड़िए कांवड़ पटरी मार्ग पर लगाए गए कांवड़ शिविरों में रुकते हैं आैर फिर आगे बढ़ जाते हैं। 1994 से गंग नहर जानी पुल के पास सह मित्र मंडल कांवड़ सेवा संघ जानी कांवड़ शिविर लगाते आए हैं। शिविर के संचालक यशपाल सिंह का कहना है कि यह 25वां साल है, जब हम कांवड़ियों के लिए शिविर लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कावंड़ मार्ग तब कच्चा होता था आैर पूरे सीजन में ही करीब 500 कांवड़िए ही आते थे, लेकिन कांवड़ लाने की आस्था धीरे-धीरे बढ़ती गर्इ आैर अब सीजन में रोजाना पांच हजार कांवड़िए यहां से गुजरते हैं। उन्होंनेे बताया कि समय के साथ कांवड़ शिविर में बदलाव आया है, पहले छोटे शिविर तो अब कर्इ सुविधाएं वाले कांवड़ शिविर लगने लगे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार सुरक्षा काे लेकर विशेष सतर्कता है आैर पुलिस रात में गश्त कर रही है।