जनता पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से 13 जून को ट्वीट किया गया। जिसके अनुसार जनता पार्टी ने स्वयं को संयुक्त विपक्ष का हिस्सा बनने औऱ 23 जून को प्रस्तावित महागठबंधन की बैठक मे जाने से इंकार कर दिया। जनता पार्टी ने एनडीए का हिस्सा बनने से भी इंकार किया। जनता पार्टी स्वयं को एकला चलो की नीति पर बताया।
जानकार सूत्रों के मुताबिक जनता पार्टी आगे समय स्थिति अनुसार भाजपा से जुड़ सकती है। बता दें कि भाजपा और जनता पार्टी का रिश्ता काफी नजदीकी रहा है। स्वयं पार्टी अध्यक्ष नवनीत चतुर्वेदी ने दिल्ली विधानसभा उपचुनाव मे भाजपा को समर्थन जून 2022 में किया था।
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दूसरी तरफ पार्टी संगठन में जान फूंकने की कोशिश में यूपी, बिहार, मध्यप्रदेश व कर्नाटक के सभी प्रदेश अध्यक्षों को उनकी पूरी कार्यकारिणी के साथ बर्खास्त कर दिया गया हैं। बताया जाता है कि ये लोग काफी समय से पार्टी हित के बजाय अनुशासन हीनता के कार्यों में लिप्त थे। इनकी 5 जून से जारी सदस्यता अभियान में भी भागीदारी नहीं थी। इन प्रदेशों मे जनता पार्टी अब नए चेहरों को मौका देगी जो अब मिशन 2024 पर कार्य करेंगे।