इसी बीच चीन की स्मार्टफोन बनाने वाली Xiaomi कंपनी ने भारत में एंट्री की। इस क्रम में Xiaomi कंपनी को भारत में एक अनुभवी साथी के रूप में मनु जैन का साथ मिला। तब मनु ने बतौर कंट्री हैड शियोमी कंपनी से जुड़े थे। यहीं से मनु जैन ने अपनी मार्केटिंग स्ट्रैटजी का लोहा मनवाना सुरू किया। Xiaomi से जुड़ने के बाद मनु ने देश में चीन के खिलाफ माहौल होने के बाद भी इस कदर कंपनी को भारतीय बाजार में ख्याती दिलाई कि आज यह देश की सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बेचने वाली कंपनी के तौर पर उभरी है।
भारतीय बाजार में Xiaomiका कायम हुआ दबदबा
गौरतलब है कि हाल ही में काउंटर पॉइंट की ओर से जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 की पहली तिमाही में स्मार्टफोन बाजार में Xiaomi ने सैमसंग को पछाड़ते हुए 31 प्रतिशत मार्केट शेयर पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, इस दौरान सैमसंग की मार्केट भी बढ़ी, लेकिन उसमें 2017 की पहली तिमाही के मुकाबले मात्र 0.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, Xiaomi की मार्केट 2017 की पहली तिमाही के 13.1 फीसदी के मुकाबले 31.1 फीसदी हो गई है। वहीं,शियोमी ने वर्ष 2017 की आखिरी तिमाही से भी 6 फीसदी उछाल मारा है।
दरअसल, भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाले मोबाइल फोन MI सीरीज की स्मार्ट फोन बनाने वाली चीन की स्मार्टफोन कंपनी शियोमी (Xiaomi) की सोमवार को हॉन्ग कॉन्ग के शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई। यूं तो शेयरबाजार में लिस्टिंग के बाद कंपनी के शेयर्स में करीब पांच फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। लेकिन कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग से मेरठ के रहने वाले मनु जैन को रातों-रात अरबपति बना दिया है। दरअसल, इस लिस्टिंग से मनु को 320 करोड़ मिले हैं। इस पर भले ही आप यकीन नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन यह हकीकत है।
लिस्टिंग के बाद 2.29 करोड़ रुपए के शेयर हुए 320 करोड़ के
उत्तर प्रदेश मेरठ के रहने वाले बेहद साधारण परिवार से आने वाले शियोमी के ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट मनु कुमार जैन अचानक ही सुर्खियों में आ गए हैं। मनु जैन शियोमी Xiaomi इंडिया के एमडी हैं। इसके साथ ही कंपनी उन्हें ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट भी बनाया हुआ है। कंपनी के सद्सय रहते उन्हें कंपनी की ओर से 2.29 करोड़ रुपए के शेयर मिले थे। लिस्टिंग के बाद जिसकी कीमत 320 करोड़ रुपये हो गई है।