इन अफसरों को मिला पदक जिन पुलिस अफसरों को सिद्धार्थ नाथ सिंह ने डीजी प्रशंसा चिन्ह देकर सम्मानित किया उनमें एडीजी जोन मेरठ प्रशांत कुमार को रजत पदक, एसएसपी मंजिल सैनी को स्वर्ण पदक, एसपी सिटी मान सिंह चौहान को रजत पदक प्रदान किया है। इसके अलावा छह सिपाहियों को भी उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
पखवाड़े में हो चुकी दस हत्याएं जिले में एक पखवाड़े के भीतर ही दस हत्याएं हो चुकी हैं। इनमें अभी चार दिन पहले हुए मां-बेटे का लाइव मर्डर के बाद मुंडाली क्षेत्र में गवाह की हत्या कर पेड़ पर लटकाने की वारदात भी शामिल है। पुलिस अभी तक हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इनके अलावा देह व्यापार के लिए बाहर से लड़कियों को लाया जाता रहा है, पिछले सप्ताह पुलिस को इसकी जानकारी भी नहीं थी कि बाहर से एनजीआे टीम ने यहां कबाड़ी बाजार में छापा मारकर छह नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया। पिछले सप्ताह से दो नाबालिग लड़कियां लापता हैं। पुलिस को जानकारी दिए जाने के बाद भी आराेपियों पर कार्रवार्इ नहीं कर रही है।
मंत्री भी जिम्मेदारी माने सपा सरकार में मंत्री रहे और पूर्व विधायक शाहिद मंजूर ने कहा कि प्रभारी मंत्री को डबल मर्डर के पीडितों के घर जाना चाहिए था। बड़े दुख की बात है कि एक तरफ जिले में हत्याएं हो रही हैं और दूसरी तरफ नाकाम पुलिस अफसरों को सम्मानित किया जा रहा है। कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी ने कहा कि जिले में पुलिस-प्रशासन नाकाम साबित हो रहे हैं, ऐसे में सरकार एेसे अफसरों को सम्मानित कर रही है। समझ नहीं आ रहा कि मंत्री ऐसे अफसरों को किसलिए सम्मानित कर रहे हैं। बसपा सांसद मुनकाद अली ने कहा कि सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए।