बुधवार शाम के समय एसडीएम व सीओ ने एएसआई कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी जुटाई। बता दें कि पांडव टीला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अंतर्गत संरक्षित क्षेत्र है। जिस पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्या या क्रियाकलाप प्रतिबंधित है। लेकिन इन सभी नियमों और कानूनों को ताक पर रखकर गुपचुप तरीके से पिछले कुछ दिनों में रात में निर्माण कार्य करके नई मजार बना दी गई।
इस मजार पर लोगों ने प्रसाद और चादर चढ़ाना प्रारंभ कर दिया। इसकी जानकारी जब हस्तिनापुर कस्बे के जिम्मेदार लोगों और विहिप, बजरंग दल के कार्यकर्ताओ को लगी तो रोष फैल गया। इस संबंध मे कार्यकर्ता एसडीएम मवाना अखिलेश यादव से मिले और इस पर कड़ी नाराजगी जताई। जिस पर उन्होंने जांच कर जरूरी कानूनी कार्यवाही का आश्वासन दिया था। इसके बाद कार्यकर्ता थाना प्रभारी केपीएस राठौर से मिले तथा मजार को हटाने की बात कही। तत्पश्चात बजरंग दल कार्यकर्ता पांडव टीले पर बनाई गई मजार पर पहुंचे तथा विरोध प्रकट किया।
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