यह भी पढ़ेंः मेरठ के डबल मर्डर के पीछे की यह है कहानी, आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे! यह भी पढ़ेंः बिजली चाेरी करने वालों की अब खैर नहीं, विजिलेंस की इतनी टीमें उतर रही मैदान में यह हुए हादसे एनएच-58 बार्इपास रोड पर दोनों हादसे पांच किलोमीटर के अंतराल पर हुए। पहला गांव वलीदपुर के पास हुआ। जहां पर मेरठ की ओर से जा रही आई टेन कार अपना संतुलन खो बैठी अौर वह डिवाइडर से जा टकराई। इसमें सवार कंकरखेड़ा निवासी राहुल, शशांक, उनकी मां संगीता व एक रिश्तेदार झुलस गए। ये लोग जानसठ के कन्हैड़ा गांव एक रिश्तेदारी में जा रहे थे। डिवाइडर से टकराने के कुछ क्षण बाद कार धूं-धूंकर जल उठी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने कार में सवार लोगों को शीशा तोड़कर बाहर निकाला।
दूसरा हादसा सकौती के पास नंगली साहेब गेट के पास हुआ। मंसूरपुर से मेरठ शास्त्रीनगर निवासी कुलदीप अपने एक दोस्त के साथ लौट रहे थे। जैसे ही वे सकौती पुल से नीचे उतरे उसी समय उनकी कार के बोनट से धुंआ निकलने लगा। उन्होंने तुरंत कार से नीचे उतरकर बोनट खोलकर देखा तो अंदर शार्ट सर्किट हो रहा था। वो कुछ समझ पाते इतनी देर में इंजन ने आग पकड़ ली। कार जल्दी ही आग की लपटों से घिर गई।
यह भी पढ़ेंः यह ‘फेस आॅफ सिटी’ रही माॅडल कर चुकी है सुसाइड का प्रयास, हिन्दू संगठन पर लगाए आरोप यह भी पढ़ेंः देश के सबसे पुराने शाॅपिंग माॅल को धरोहर की तरह संजाेएगा रक्षा मंत्रालय दोनों कार में थी सीएनजी किट हाइवे पर हुए हादसों में आग का गोला बनी दोनों कारों में सीएनजी किट लगी थी। बताया गया है कि इन कारों में घटिया क्वालिटी की सीएनजी किट लगी होने के कारण आग लगी।
इनका कहना है एनएचएआई के जीएम रंगासाई ने बताया दोनों कारों में सीएनजी किट लगी होने के कारण आग लगी। ऐसा घटिया किस्म की किट लगी होने के कारण होता है। उन्होंने कहा कि कार में किट लगवाते समय बेेहतर क्वालिटी की किट ही लगवाएं, वरना हादसे का खतरा बढ़ जाता है।