मंगलवार को पड़ने के कारण इस चतुर्थी को मंगलवारी चतुर्थी भी कहा जाता है। वहीं कुछ प्रांतों में इसको अंगार चतुर्थी भी कहते हैं। जीवन में खुशहाली के लिए इस दिन सब काम छोड़ कर जप-ध्यान करना चाहिए। इस दिन किया गया जप,ध्यान,तप से गणति प्रसन्न होते हैं। गणपति के अलावा मंगल देव का मानसिक आह्वान करना चाहिए। इसके बाद चन्द्रमा में गणपति की भावना करके अर्घ्य देना चाहिए।
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कितना भी कर्ज़दार हो। काम धंधे से बेरोजगार हो। निम्न मंत्रों का जाप करने से रोज़ी रोटी तो मिलेगी ही साथ ही कर्जे से छुटकारा भी मिलेगा। मंगल के इन 21 मंत्र का जाप करें। ॐ मंगलाय नमः,ॐ भूमि पुत्राय नमः,ॐ ऋण हर्त्रे नमः,ॐ धन प्रदाय नमः,ॐ स्थिर आसनाय नमः, ॐ महा कायाय नमः,ॐ सर्व कामार्थ साधकाय नमः,ॐ लोहिताय नमः,ॐ लोहिताक्षाय नमः,ॐ साम गानाम कृपा करे नमः,ॐ धरात्मजाय नमः,ॐ भुजाय नमः,ॐ भौमाय नमः,ॐ भुमिजाय नमः,ॐ भूमि नन्दनाय नमः,ॐ अंगारकाय नमः,ॐ यमाय नमः,ॐ सर्व रोग प्रहाराकाय नमः,ॐ वृष्टि कर्ते नमः,ॐ वृष्टि हराते नमः,ॐ सर्व कामा फल प्रदाय नमः। ये 21 मन्त्र से भगवान मंगल देव को नमन करें। इसके बाद धरती पर अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देते समय ये मन्त्र बोले
भूमि पुत्रो महा तेजा,कुमारो रक्त वस्त्रका,ग्रहणअर्घ्यं मया दत्तम, ऋणम शांतिम प्रयाक्ष्मे
कितना भी कर्ज़दार हो। काम धंधे से बेरोजगार हो। निम्न मंत्रों का जाप करने से रोज़ी रोटी तो मिलेगी ही साथ ही कर्जे से छुटकारा भी मिलेगा। मंगल के इन 21 मंत्र का जाप करें। ॐ मंगलाय नमः,ॐ भूमि पुत्राय नमः,ॐ ऋण हर्त्रे नमः,ॐ धन प्रदाय नमः,ॐ स्थिर आसनाय नमः, ॐ महा कायाय नमः,ॐ सर्व कामार्थ साधकाय नमः,ॐ लोहिताय नमः,ॐ लोहिताक्षाय नमः,ॐ साम गानाम कृपा करे नमः,ॐ धरात्मजाय नमः,ॐ भुजाय नमः,ॐ भौमाय नमः,ॐ भुमिजाय नमः,ॐ भूमि नन्दनाय नमः,ॐ अंगारकाय नमः,ॐ यमाय नमः,ॐ सर्व रोग प्रहाराकाय नमः,ॐ वृष्टि कर्ते नमः,ॐ वृष्टि हराते नमः,ॐ सर्व कामा फल प्रदाय नमः। ये 21 मन्त्र से भगवान मंगल देव को नमन करें। इसके बाद धरती पर अर्घ्य देना चाहिए। अर्घ्य देते समय ये मन्त्र बोले
भूमि पुत्रो महा तेजा,कुमारो रक्त वस्त्रका,ग्रहणअर्घ्यं मया दत्तम, ऋणम शांतिम प्रयाक्ष्मे
इस समय लग रही मंगल चतुर्थी
भारतीय समय के अनुसार 23 नवम्बर 2021 को (सूर्योदय से रात्रि 12:46 तक) चतुर्थी है, इस महायोग पर अगर मंगल ग्रह देव के 21 नामों से सुमिरन करें और धरती पर अर्घ्य देकर प्रार्थना करें,शुभ संकल्प करें तो आप सकल ऋण से मुक्त हो सकते हैं।
भारतीय समय के अनुसार 23 नवम्बर 2021 को (सूर्योदय से रात्रि 12:46 तक) चतुर्थी है, इस महायोग पर अगर मंगल ग्रह देव के 21 नामों से सुमिरन करें और धरती पर अर्घ्य देकर प्रार्थना करें,शुभ संकल्प करें तो आप सकल ऋण से मुक्त हो सकते हैं।