जानकारी के मुताबिक थाना मवाना क्षेत्र के गांव खेड़ी मनिहारन निवासी अमरदीप का गांव की ही दूसरे समुदाय की युवती फरीन से पिछले कई साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था। घरवालों के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो लड़के के परिजन तो दोनों की शादी के लिए तैयार थे। लेकिन लड़की पक्ष के लोगों ने इसके लिए मना कर दिया। जिसके बाद दोनों परिवारों में विवाद हो गया और लड़के के परिजन भी शादी के खिलाफ हो गए।
घरवालों के विरोध के बाद प्रेमी युवल घर छोड़कर चार साल पहले देहरादून चले गए। लेकिन वापस आने पर लड़की पक्ष के कुछ लोगों ने युवक के खिलाफ पुलिस में तहरीर देने की बात कही। जिसके बाद युवक ने युवती के मौसा को पचास हजार रुपये दे कर समझौता कर लिया। कुछ दिन बाद जब वे वापस जाने लगे तो युवती के परिवार के कुछ लोगों ने दोनों पकड़ लिया और युवक को पुलिस को सौंप दिया। लेकिन युवती किसी तरह थाने पहुंची और युवक से शादी कराने की बात कही। युवती ने कहा कि वह इस शादी के लिए धर्म परिवर्तन के लिए भी राजी है।
पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल कर युवक को छोड़ दिया और फिर क्या था बिना देर किए थाने में ही शहनाई और जयमाला की तैयारियां होने लगी। थाने में ही मौलवी और पंडित को बुलाया गया और विवाह और निकाह की रस्में पूरी कराई। मंदिर में फरीन ने अपने और प्रेमी के माता पिता के सामने ही युवक से हिंदू रीति रिवाज से सात फेरे लिए। वहीं बाद में मौलवी ने दोनों को निकाह पढवाया। दोनों की शादी के बाद लड्डू बांटे गए। पूरे थाने में दोपहर तक शादी को लेकर खुशी का माहौल बना हुआ था।वती फरीन द्वारा हिंदू रीति रिवाज से शादी किए जाने पर मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। पुलिस के अनुसार दोनों के परिवार जो पहले इसका विरोध कर रहे थें अब इस शादी से खुश हैं।