मेरठ स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी नहीं थी। लेकिन जब हरियाणा के सोनीपत की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेरठ स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी तो उनकी आंख खुली।
आज सोनीपत से आई हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम और मेरठ में पीसीपीएनडीटी की टीम ने संयुक्त टीम ने छापेमारी कर भ्रूण परीक्षण का भंड़ा फोड कर दिया। भ्रूण जांच की शिकायत पर हुई इस छापेमारी में अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ डॉ. मनीषा रस्तोगी के अलावा दो महिला रिसेप्शनिस्ट और एक दलाल को मौके से पकड़ा है।
आज सोनीपत से आई हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम और मेरठ में पीसीपीएनडीटी की टीम ने संयुक्त टीम ने छापेमारी कर भ्रूण परीक्षण का भंड़ा फोड कर दिया। भ्रूण जांच की शिकायत पर हुई इस छापेमारी में अल्ट्रासाउंड विशेषज्ञ डॉ. मनीषा रस्तोगी के अलावा दो महिला रिसेप्शनिस्ट और एक दलाल को मौके से पकड़ा है।
सोनीपत से आई पीसीपीएनडीटी टीम के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप ने बताया कि मेरठ में काफी समय से भ्रूण जांच की शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद सोनीपत से एक नकली मरीज बनाकर सेंटर पर भेजा गया। जहां पर नकली मरीज का भ्रूण परीक्षण 12 हजार रुपए में किया गया।
इसके बाद छापेमारी के लिए कार्रवाई की तैयारी की गई। उन्होंने बताया कि पीसीपीएनडीटी की टीम के साथ वो मेरठ पहुंचे और यहां पर पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम के साथ प्रखर अल्ट्रांसाउड सेंटर पर छापेमारी की।
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