मेरठ के लाखों शिवभक्तों का सैलाब मंदिरों में देखने को मिला। सावन के पहले सोमवार में आज कांवड़िये भी हरिद्वार की ओर रवाना हो गए। बम भोले के जयकारे के साथ बाबा भोले पर अर्पण करने के लिए हरिद्वार से पैदल ही गंगा लेकर आएंगे और जलार्पण करेंगे। इस समय पूरा मेरठ महानगर भगवा रंग से सराबोर नजर आया। भगवान भूतेश्वर महादेव मंदिर में सावन के पहले सोमवार को विशेष पूजा का आयोजन किया गया। भोलेनाथ की भव्य आरती हुई। दूध, शहद और जलाभिषेक के साथ भगवान शिव की पूजा की गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
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भगवान शिव के सदर विल्वेश्वर महादेव मंदिर में पहले सावन के पहले सोमवार महाआरती की गई। पहले सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव एक दिन की पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। बता दें कि इस बार पूरे दो साल बाद शिवमंदिरों में सावन के महीने में और सोमवार को लोगों को पूजा पाठ करने का मौका मिला है। इससे पहले दो साल कोरोना संक्रमण के चलते मंदिरों में पूजा पाठ पर कोविड प्रोटोकाल के चलते प्रतिबंध लगा हुआ था।
भगवान शिव के सदर विल्वेश्वर महादेव मंदिर में पहले सावन के पहले सोमवार महाआरती की गई। पहले सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव एक दिन की पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। बता दें कि इस बार पूरे दो साल बाद शिवमंदिरों में सावन के महीने में और सोमवार को लोगों को पूजा पाठ करने का मौका मिला है। इससे पहले दो साल कोरोना संक्रमण के चलते मंदिरों में पूजा पाठ पर कोविड प्रोटोकाल के चलते प्रतिबंध लगा हुआ था।